“सुप्रीम -हाईकोर्ट में कॉलेजियम सिस्टम की वजह से लोगों के अधिकार का हनन हो रहा है। जज अपना उत्तराधिकारी चुनते हैं। दलित, पिछड़ा, आदिवासी और गरीब सवर्ण के मेधावी बच्चे जज नहीं बन सकते हैं। यह संविधान का उल्लंघन है……”
उन्होंने कहा कि बीपी मंडल ने बिहार के विकास में बड़ा योगदान दिया। वे गरीबों के मसीहा थे और उनका बिहार हमेशा ऋणी रहेगा। कुशवाहा ने कहा कि यदुवंशी का दूध और कुशवंशी का चावल मिल जाने से उत्तम खीर बनती है।
उन्होंने कहा कि मंडल कमीशन की रिपोर्ट को काफी समय बाद प्रधानमंत्री बीपी सिंह के कार्यकाल में लागू किया गया। मगर, अभी भी मंडल कमीशन की अनुशंसा पूरी तरह से लागू नहीं की गई।
आरक्षण के मसले पर उन्होंने कहा कि नौकरियां रहेंगी तब तो आरक्षण मिलेगा। सरकारी क्षेत्र में नौकरियां दिन पर दिन कम हो रही हैं। इसलिए निजी क्षेत्र में आरक्षण को लागू करने की जरूरत है। सामाजिक, आर्थिक जनगणना रिपोर्ट को सार्वजनिक की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की शिक्षा ठीक नहीं है। सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर अच्छा नहीं है। इस मसले को गंभीरता से लेना चाहिए।
इससे पहले कुशवाहा और बीपी मंडल की पुत्री समेत उपस्थित लोगों ने बीपी मंडल की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उनको अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।