” घटना की सूचना पर घटनास्थल पर पहुची पुलिस ने मृतक की माँ की गोद से शव को छीन लिया और माँ की पिटाई कर दी, जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर लाठी डंडे ओर पत्थर से हमला कर दिया।”
खबर है कि 20 जुलाई को शिवहर के पुरनहियां थाना क्षेत्र के बसंतपटी चौक पर एक बच्चा दुर्घटना में गंभीर रुप से घायल हो गया था, उसकी मौत 4 अगस्त को मुज़्ज़फ़रपुर में हो गयी।
उसके बाद मृतक के परिजन ने शव को आरोपी रोशन कुमार पांडेय के बसन्तपट्टी स्थित घर पर रख दिया और मुआवजा की मांग करने लगे।
इसकी सूचना पर घटनास्थल पर पहुची पुलिस ने मृतक की माँ की गोद से शव को छीन लिया और माँ की पिटाई कर दी, जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर लाठी डंडे ओर पत्थर से हमला कर दिया।
इस हमले में एसडीपीओ समेत 11 पुलिस कर्मी घायल हो गए। घायलो में एडीपीओ प्रीतिश कुमार, पुअनि रमाशंकर साह, सिपाही रमीज रजा, शिवशंकर गुप्ता, पुअनि अजित कुमार सिंह, विनय कुमार, सैफ अनुज कुमार, नन्दू कुमार, जयप्रकाश, मुनेश्वर राय, मैनेजर राय आदि का नाम शामिल है।
उग्र ग्रामीणों ने एसडीपीओ समेत 6 पुलिस कर्मी को एक कमरा में बंधक बना कर और उनकी जम कर पिटाई कर दी। इसके बाद मौके पर पहुंचे एसपी प्रकाश नाथ मिश्रा ने सभी को मुक्त करवाया.
पुलिस ने घटनास्थल पर चलाई 6 राउंड फायरिंग,एक को लगी गोली
घटनास्थल पर पुलिस ने करीब 6 राउंड गोलिया भी चलाई। जिससे घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। जिसमें मृतक की माँ शकुंतला देवी, नानी भगिया देवी, चाची अंजू देवी, आशा देवी, श्रुति कुमारी घायल हो गयी। वहीं बसन्तपट्टी निवासी सोनू कुमार ने बताया कि हमको पेट में गोली लग गयी है।
घायल जवानों को इलाज के लिए शिवहर सदर अस्पताल लाया गया। जहां से बेहतर इलाज के लिये मुज़्ज़फ़रपुर भेज दिया गया है। जबकि मुज़्ज़फ़रपुर से तीन जवान को पटना रेफर कर दिया गया है । इधर शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुरनहिया थाना पर डीएम और एसपी केम्प कर रही है।