“कई वीआईपी और सेलेब्रेटी के साथ वांटेड उज्जवल सिंह की तस्वीर …विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में भी हो चुका है शामिल …सिपाही मुकेश का हत्यारा है अविनाश उर्फ उज्जवल है कैमेस्ट्री आनर्स …..कुख्यात मुचकुन्द भी है उज्जवल सिंह के फेससबुक फ्रेंड लिस्ट में…”
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बीते दिनों कंकड़बाग थाना क्षेत्र में पटना सेन्ट्रल के पास रंगदारी सेल के कांस्टेबल मुकेश पासवान की हत्या करने वाला नौबतपुर निवासी अविनाश उर्फ उज्जवल सिंह का भाजपा के केन्द्रीय मंत्री रामकृपाल यादव और पूर्व विधायक अनिल कुमार के साथ वाली तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
उन्होंने कहा कि ‘मैं इस नाम के किसी भी युवा से व्यक्तिगत रुप से परिचित नहीं हूं। अगर पूर्व में किसी मौके पर उसने मेरे साथ सेल्फी लेकर उसे अपने फेसबुक पर डाल दिया हो तो वो क्या कर सकते हैं।’
ऐसे रामकृपाल यादव दावा जंच भी रहा है। क्योंकि उज्जवल सिंह ने रामकृपाल यादव के साथ की अपनी तस्वीर अपने फेसबुक के टाईम लाईन पर वर्ष 2015 में डाली है, तब उज्जवल पर इस तरह का मामला दर्ज नहीं रहा होगो। लेकिन फोटो देखने से यह भी प्रतीत होता है कि सेल्फी ले रहे युवक राम कृपाल को नजदीकी से जानता रहा है।
इस मोस्ट वांटेड अपराधी ने जून में दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक सेमीनार की तस्वीर और वीडियों भी डाल रखा है। जिस सेमीनार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संबोधित करते दिख रहे हैं। इस सेमीनार में भाग लेने आई एक विदेशी सेलेब्रेटी के साथ भी दिल्ली में ली गई अपनी तस्वीर को उज्ज्वल ने शेयर कर रखा है।
केमेस्ट्री में स्नातक 23 वर्षीय अविनाश उर्फ उज्जवल सिंह जिन नेताओं के साथ अपनी तस्वीर शेयर कर रखा है, उसमें भाजपा के पूर्व विधायक अनिल कुमार का नाम भी शामिल है।
अनिल कुमार विक्रम से विधायक रह चुके हैं। इसके साथ उसने भारत के चर्चित पहलवान योगेश्वर के साथ भी अपनी तस्वीर को अपने टाईमलाईन पर शेयर कर रखा है।
गौरतलब है कि बीते 3 दिसम्बर को न्यू बाइपास पर अपराधियों के जूटे होने की खबर पाकर स्पेशल सेल का कांस्टेबल मुकेश कुछ पुलिकर्मियों के साथ बाईपास पर पहुंचे थे। मुकेश ने एक अपराधी को पकड़ भी लिया था, लेकिन तभी उसके साथी अविनाश उर्फ उज्जवल सिंह ने मुकेश पर गोली चला दी, जिससे मुकेश शहीद हो गए।
बाद में पकड़े गए एक अपराधी ने पुलिस को बताया कि मुकेश पर गोली चलाने वाला फरार अपराधी नौबतपुर निवासी अविनाश उर्फ उज्जवल था, जो कुख्यात मुचकुंद गिरोह का शूटर है।
इस मामले के बाद पटना के जोनल आईजी नैयर हसनैन के आदेश पर एसआईटी टीम का गठन किया गया, लेकिन अब तक अविनाश उर्फ उज्जवल पुलिस के हाथ नहीं लग सका है।