“सूर्य तालाब, उसके घाटों और मेला क्षेत्र में रोशनी के व्यापक इंतजाम होंगे। बिजली और पानी की अवाधित अपूर्ति होगी। तालाब के पास गोताखोर और एसडीआरएफ की टीम तैनात की जाएगी।मेला में एंबुलेंस और अग्निशामक वाहन तैनात किए जाएंगे । मेले की सुंदर व्यवस्था के लिए बड़गांव छठ मेला को राजकीय मेला का दर्जा देने की मांग सरकार से की गई।”
बैठक में सूर्यपीठ बडगांव में लगने वाले चार दिवसीय छठ मेला का ससमारोह उद्घाटन कराने का भी निर्णय लिया गया। 24 अक्टूबर से शुरू होने वाले चार दिवसीय बड़गांव छठ मेले की तैयारी को लेकर प्रशासन ने कई निर्णय लिए। तालाब के गंदे जल की सफाई, घाटो की सफाई व मरम्मत, तालाब के परिक्रमा पथो की सफाई ससमय कराने का निर्णय लिया गया।
प्रखंड विकास पदाधिकारी अलख निरंजन ने बताया कि बड़गांव छठ मेले में रोशनी , पेयजल, सफाई और सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध किया जाएगा। मेला क्षेत्र में बाहरी व यात्री वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा। इसके लिए कई स्थानों पर बैरिकेटिंग की जाएगी।
प्रशासन ने बड़गाव मेला क्षेत्र में इस बार पटाखा छोड़ने पर रोक लगा दिया है। सरकार के इस आदेश का उल्लंघन करने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
बीडीओ ने कहा कि मेला के दौरान किसी भी तरह का अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। मेला क्षेत्र में अस्थाई थाना, अस्पताल तो खोले ही जाएंगे छठव्रतियों को कपड़ा बदलने के लिए अस्थायी चेन्जिग रूम भी जहां तहां बनाए जाएंगे। मेला क्षेत्र में अवाधित बिजली- पानी आपूर्ति के लिए बिजली विभाग, पीएचइडी का शिविर लगाया जाएगा । जहां पदाधिकारी और कर्मी रात-दिन सेवा के लिए उपलब्ध रहेगे।
पुलिस अवर निरीक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि मेला क्षेत्र में विधि व्यवस्था संधारण के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस पदाधिकारी, सशस्त्र बल, लाठी बल के अलावा महिला पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।
जिला परिषद सदस्य कैप्टन सुनील कुमार ने कहा कि जिला परिषद सदस्य कोष से सूर्यपीठ बड़गांव में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
पूर्व मेला ठेकेदार विनय कुमार ने सूर्य तालाब के आसपास के अतिक्रमण को हटाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
बैठक में मेला की तैयारी को लेकर व्यापक चर्चा हुई। मेला को ऐतिहासिक और यादगार बनाने पर भी विचार विमर्श हुआ। लेकिन मेला व्यवस्था को लेकर फंड नहीं होने का रोना भी रोया गया। मेले की सुंदर व्यवस्था के लिए बड़गांव छठ मेला को राजकीय मेला का दर्जा देने की मांग सरकार से की गई। अन्य मेलों की तरह बड़गांव छठ मेला का विधिवत उद्घाटन कराने का निर्णय लिया गया।
पंडा कमेटी के सेक्रेटरी शैलेश कुमार पांडे ने बताया कि मंदिर की रंगाई पुताई का काम पूर्ण कर लिया गया है । मंदिर परिसर में रोशनी की मुकम्मल व्यवस्था की गई है। लेकिन मंदिर के प्रवेश और निकास द्वार की अब तक सफाई नहीं हो सकी है। गली की नालियों पर लगे सलैव भी जहां तहां टूटे हैं। उसकी मरम्मत कराने के लिए प्रशासन का उन्होंने ध्यान आकृष्ट कराया।
इस बैठक में सिलाव नगर कार्यपालक पदाधिकारी उपेंद्र प्रसाद सिन्हा, अंचल पदाधिकारी शैलेश कुमार सिंह, प्रखंड विकास पदाधिकारी अलख निरंजन, सहायक विद्युत अभियंता पप्पू कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक मुकेश कुमार, सिलाव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार वर्मा, पीएचईडी के कनीय अभियंता विनय कुमार, जिला परिषद सदस्य कैप्टन सुनील कुमार, बड़गांव पंचायत के मुखिया रंजीत कुमार, मीरपुर पैक्स अध्यक्ष विजय कुमार, पंडा कमेटी के सचिव शैलेश कुमार पांडे, बड़ागांव मेला के पूर्व ठेकेदार विनय कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर संजय कुमार नंदावर्त महल के सहायक प्रबंधक रामाधार शुक्ला समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।