“अलग राज्य की माँग को लेकर आन्दोलन चला रहे गोरखा जन मुक्ति मोर्चा ने कई जगहों पर रैलियाँ निकाल कर अपना विरोध जता रही है। बेमियादी हड़ताल के कारण दार्जिलिंग में खाद्य आपूर्ति बुरी तरह से प्रभावित हुई है। रविवार बन्द का 32 वाँ दिन था।”
आसनसोल ( राजू शर्मा)। दार्जिलिंग में गोराखालैंड समर्थकों का आन्दोलन जारी है। अलग राज्य की माँग को लेकर बेमियादी बन्द के 32 वें दिन पहाड़ी क्षेत्रों पुलिस के द्वरा कड़ी सतर्कताबरती जा रही है। इन्टरनेट सेवाओं पर 18 जून से प्रतिबंध लगाया गया था उसे बढ़ा कर उसे 25 जुलाई तक बढ़ा दी गई हैा लेकिन शुक्रवार को पहाड़ों पर आन्दोलनकारियों ने एक सरकारी दफ़्तर सरकारी पुस्तकालय और आरपीएफ के दफ़्तर में आग लगा दी थी,जिसके बाद हिंसा फैल गयी थी।
स्थानीय सूत्रों से मिली ख़बर के अनुसार कुछ संदिग्ध आन्दोलनकारियों ने शनिवार को करसियांग के गयाबाडी मे 2 पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की। हालाँकि किसी पुलिस वालों के घायल होने की कोई ख़बर नहीं मिली।
इसी बीच कलकत्ता उच्च न्यायालय ने केन्द्र को और सुरक्षा बल तैनात करने का आदेश दिया है और चार टुकड़ी अर्द्ध सैनिक बल यहाँ पहुँच गयी है
पहले से यहाँ पर अर्द्ध सैनिक बलों की 11 टुकड़ी मौजूद है। पुलिस और सुरक्षा बलों की पहाड़ी क्षेत्रों की सड़कों पर गश्ती कर रही है सभी प्रवेश तथा निकास मार्गों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
दवा की दुकानों को छोड़ कर समस्त व्यापारिक प्रतिष्ठान, रेस्तराँ, होटल, स्कूल और काँलेज बन्द है। अर्ध सैनिक बल वहाँ स्थानीय पुलिस बल के साथ मिल कर क़ानून- व्यवस्था बहाल करने का काम कर रहे हैं ।