Home देश दारोगा की पिटाई का वीडियो वायरल के बाद पुलिस गिरफ्त में रांची

दारोगा की पिटाई का वीडियो वायरल के बाद पुलिस गिरफ्त में रांची

धर्म और राजनीति की आड़ में असमाजिक तत्व माहौल बिगाड़ने की कोशिश करते हैं। राजधानी रांची के लोअर बाजार थाना के दारोगा की पिटाई के वायरल वीडियो से उभरे तत्थ काफी शर्मनाक हैं। इसमें संलिप्त उपद्रवियों को चिन्हित कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की जरुरत है, ताकि आगे कोई ऐसी हिमाकत न कर सके”

 

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एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। भाजयुमो के मोटरसाइकिल जुलूस में नारेबाजी के विरोध में रविवार को डेली मार्केट थाने के सामने असामाजिक तत्वों ने खूब उपद्रव मचाया था। दारोगा तक को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। वाहनों में तोड़-फोड़ की गई। जुलूस के एस्कॉर्ट में शामिल पुलिसकर्मियों को भी नहीं बख्शा गया। जिसे मौका मिला, उसी ने लाठी व डंडे से पीटा।

यह बात सोमवार को वायरल हुए वीडियो में सामने आई है। वीडियो में उपद्रवी लोअर बाजार थाने में पदस्थापित दारोगा अनिल कुमार गुप्ता की पिटाई करते हुए दिख रहे हैं। उनकी मोटरसाइकिल गिरा दी गई और उनपर लाठी व डंडे बरसाए गए। वर्दी भी फाड़ डाली गई। दारोगा अनिल कुमार किसी तरह वहां से जान बचाकर भागे। भागने के दौरान उनकी बाइक को एक व्यक्ति लेकर भाग रहा था। भागने के दौरान बाइक को किसी परिचित ने रोक कर सुरक्षित रखवाया।

वीडियो वायरल होने के बाद दारोगा अनिल कुमार के आवेदन पर डेली मार्केट थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने चार नामजद आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी की है, जिसमें एक का नाम मो. रफीक है। 50 अज्ञात पर भी मामला दर्ज किया गया है।

वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि दारोगा को पहले एक उपद्रवी ने बाइक से खींच कर गिरा दिया। इसके बाद चप्पल खोलकर मारा। इसके बाद दूसरे व्यक्ति ने बाइक की चाबी खींच ली। इसके बाद बाइक लेकर वहां से भागने लगा। बाइक को किसी तरह चोरी होने से बचाया गया।

मैं अकेला था मेरे पास पिस्टल नहीं थी, मुङो निहत्था देखकर मुझ पर हमला किया गया। मैंने किसी तरह अपनी जान बचाई, मेरी वर्दी फाड़ दी गई। मैंने घटना की जानकारी तुरंत वरीय अधिकारियों को दी, जब तक अतिरिक्त बल मौके पर पहुंचा तब तक उपद्रवी भाग चुके थे।” …… अनिल कुमार गुप्ता, सब इंस्पेक्टर, लोअर बाजार थाना, रांची।

“आरोपियों की तलाश के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है। अज्ञात लोगों की पहचान की जा रही है। पहचान होने के साथ ही इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस किसी भी स्थिति में अमन-चैन को बिगड़ने नहीं देगी। इसमें शहर के लोगों का सहयोग भी जरूरी है।” ….अमन कुमार, सिटी एसपी, रांची।

बवाल पर हुई 3 अलग-अगल एफआईआर

मेन रोड में हुए बवाल मामले में डेली मार्केट थाने में तीन अलग-अलग एफआइआर दर्ज किए गए हैं। तीनों एफआइआर में चार नामजद समेत 1000 लोगों को आरोपित बनाया गया है। नामजद आरोपितों में मोहम्मद रफीक के ही नाम का खुलासा किया गया है। उसकी तलाश में छापेमारी भी शुरू कर दी गई है। वहीं अज्ञात आरोपितों की तलाश की जा रही है।

पहली एफआइआर लोअर बाजार थाने में पदस्थापित दारोगा अनिल कुमार गुप्ता ने दर्ज कराई है।

इसमें कहा गया है कि एसएसपी के निर्देश पर भाजयुमो की जुलूस की सुरक्षा में लगे थे। सुरक्षा के दौरान जुलूस और समुदाय विशेष के लोगों के बीच झड़प हो गई। इस दौरान दारोगा वहां पहुंचे तो उनपर हमला कर दिया गया। वर्दी फाड़ डाला गया। दारोगा से मारपीट मामले में चार आरोपितों को नामजद और करीब 50 अज्ञात को आरोपित बनाया गया है। आरोपितों के खिलाफ भादवि की धारा 147, 148, 149, 323, 333, 341, 353, 379, 427 व के तहत मामला दर्ज किया गया है।

दूसरी एफआइआर डेली मार्केट थाने के इंस्पेक्टर सह थानेदार राजदेव प्रसाद ने दर्ज करवाया है।

एफआइआर में कहा गया है कि वे जमादार राजेंद्र सिंह के साथ भाजयुमो की जुलूस की सुरक्षा में थे। उसी दौरान जुलूस को नारेबाजी से रोकने पर हंगामा और बवाल शुरू हो गया। पुलिसकर्मियों से मारपीट की गई। वाहनों में तोड़फोड़ की गई। नाजायज मजमा लगाकर हंगामा किया गया। इसमें दो नामजद समेत 500 अज्ञात को आरोपित बनाया गया है।

डेली मार्केट थाने में तीसरी एफआईआर शिकायतकर्ता एएसआइ जितेंद्र यादव एफआइआर मजिस्ट्रेट की ओर से की गई है।

जिसमें भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर बगैर अनुमति के मेन रोड में जुलूस निकालने व हंगामा करने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में 500 अज्ञात को आरोपित बनाया गया है। इधर, डोरंडा थाने में सड़क जाम करने व मजमा लगाकर हंगामा करने के आरोप में भाजयुमो कार्यकर्ताओं के लिए पुलिस की ओर से एफआइआर दर्ज कराया गया है।

देखिये वीडियो कि कैसे असमाजिक तत्वों मचाई उत्पात…..

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