“डायन-बिसाही के नाम पर झारखंड में आधी आबादी की दमन, उत्पीड़न, नृशंस हत्या आम बात हो गई है। इसी अमानवीय कड़ी में लातेहार के डीएसपी अनुज उरांव की चाची को लकड़ी से पीट-पीट कर मार डाला”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। लातेहार जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के आदर सलगी गांव में 70 वर्षीय सुभद्रा देवी की घर में ही जलावन की लकड़ी से पीटकर हत्या कर दी गई। वह लातेहार के डीएसपी अनुज उरांव की चाची थी।
सुभद्रा देवी रांची में रहती थी। खेती-बाड़ी का काम देखने के लिए वह फरवरी में आदर सलगी गांव आई थीं। बीते मंगलवार सुबह 10 बजे ग्रामीणों ने उन्हें गांव में घूमते देखा था।
दोपहर बाद करीब तीन बजे उनकी बेटी अनिता देवी उनसे मिलने पटना से सलगी गांव आई। घर में घुसते ही आंगन में मां का शव पड़ा देखा। आसपास खून बिखरा था।
उन्होंने परिजनों और ग्रामीणों को इसकी सूचना दी। पर रात हो जाने के कारण पुलिस गांव नहीं गई। बुधवार सुबह पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भिजवाया। शव के पास खून से सनी जलावन की लकड़ी मिली।
बेटा गौरीशंकर ने बताया कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। मां की हत्या किसने की, पता नहीं। हो सकता है कि डायन-बिसाही को लेकर हत्या की गई हो।
बकौल भतीजा लातेहार डीएसपी अनुज उरांव, ‘हालांकि, हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हुआ है। मैं खुद भी अपने स्तर से जांच कर रहा हूं। डायन-बिसाही के कारण हत्या की बात से इनकार नहीं किया जा सकता। आजकल गांवों में अधिकतर वृद्ध महिला-पुरुष की डायन-बिसाही के कारण हत्या हो रही है’।
थाना प्रभारी मणीलाल राणा ने कहा कि सुभद्रा देवी की जलावन की लकड़ी से मारकर हत्या की गई है। घर के आंगन के बीच से पुलिस ने शव बरामद किया है।
हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। डायन-बिसाही को लेकर वारदात को अंजाम दिए जाने का अंदेशा है। पुलिस इस बिंदु को भी ध्यान में रखकर जांच कर रही है।