झालसा का अपने वेबसाइट पर नियंत्रण का दावा खोखला

    पैसा राज्य सरकार का और उसे चला रहा है एजेंट

    jhalsa (1)मुकेश भारतीय-

    रांची। झारखंड स्टेट लीगल सर्विस ऑथरिटी (झालसा) के बारे में एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। एक तरफ जहां यह अपने अधिकृत वेबसाइट www.jhalsa.org पर पूर्ण नियंत्रण का दावा करती है, वहीं उसे अपने वेबसाइट का मालिकाना या तकनीकी तौर पर कोई अधिकार नजर नहीं आती है।

    सूचना अधिकार अधिनियम-2005 के तहत झालसा के जन सूचना अधिकारी सह उप सचिव के अनुसार www.jhalsa.org का समूचा प्रबंधन झालसा के हाथ में है। इस वेबसाइट को बनाने में कुल 1,65,500 (एक लाख पैंसठ हजार पांच सौ) रुपये खर्च किये गये हैं। जिसके खर्च का स्रोत कार्यालीय मद में राज्य सरकार द्वारा प्रति वित्तीय वर्ष को भुगतान किया जाता है।

    इधर, वेबसाइट www.jhalsa.org के संदर्भ में ठोस जानकारी मिली है कि यह वेबसाइट एक एजेंट द्वारा चलाई जा रही है, जो मनमानी रकम लेकर अन्य से वेबसाईट का डिजाइन करवाती है और सर्वाधिकार खुद के पास रखती हैं।

    डोमेन आईडी डी 169302716-एलआरओआर के मुताबिक  www.jhalsa.org का क्रीएशन 27 जुलाई, 2013 को हुई थी। जिसका रजिस्ट्रेंट नाम-पता आदर्श सिंह, रजिस्ट्रेंट ऑर्गनाईजेशन ट्रू डिजाइन, रजिस्ट्रेंट स्ट्रीट हाउस नबंर 102, न्यू एरिया मोराबादी, रजिट्रेंट सिटी रांची और रजिस्ट्रेंट स्टेट बिहार है।

    यही नहीं, साइट की एडमिन, टेक्निकल, बिलिंग एड्रेस में भी उपरोक्त विवरण ही दर्ज है। ऐसे में राज्य सकरार की राशि से संचालित www.jhalsa.org वेबसाइट पर झालसा का पूर्ण नियंत्रण की बात बेईमानी ही लगती है। क्योंकि जिसके पास भी साइट प्रबंधन के अधिकार है, वह कभी भी साइट के आकड़ों में मनचाहा फेरबदल कर सकता है और साईट पर कानूनन हक साबित कर सकता है।

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