“इधर, AK 47 तस्करी के मामले में गिरफ्तार मंजीर से पूछताछ के बाद मुंगेर के पुलिस कप्तान बाबूराम की टीम को बड़ी सफलता मिली है। पूछताछ के आधार पर गया, यूपी एवं कासिम बाजार थाना क्षेत्र मक्सपुर इलाके से तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है……”
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज ब्यूरो )। बिहार के मुंगेर में एके 47 की बरामदगी मामले को लेकर एनआईए की टीम मुंगेर पहुंच कर मामले की जांच की शुरुआत कर दी है।साथ ही जबलपुर से पुलिस की एक टीम हथियार तस्करों की जांच को लेकर मुंगेर आई हुई है।
बताया जाता है कि जबलपुर ऑर्डिनेंस फैक्टरी से पिछले सालों में पचास से ज्यादा एके 47 गायब हो चुका है। जिसका कनेक्शन बिहार के मुंगेर से बताया जा रहा है।इस मामले को लेकर NIA की टीम जांच को लेकर मुंगेर आई हुई है।
पिछले दिनों बिहार के मुंगेर में हथियार तस्करों द्वारा बड़े पैमाने पर AK 47 की खरीद बिक्री का भंडाफोड हुआ था। पुलिस ने तौफीर आलम की निशानदेही पर हथियारों का जखीरा बरामद किया था।
इसके कुछ दिन पहले हजारीबाग से तौफीर आलम को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने यह बरामदगी तौफीर गांव के बीच बहियार में स्थित के कुएं से की थी।
बकौल एसपी बाबू राम 29 अगस्त को मोहम्मद इमरान को जमालपुर पुलिस ने तीन एके 47 रायफल के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद से पुलिस तस्करी को लेकर लाए गए एके 47 रायफल की बरामदगी को लेकर लगातार छापामारी कर रही थी।
बताया जाता है कि मध्य प्रदेश के जबलपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से पिछले कुछ सालों में 50 से ज्यादा एके-47 गायब हुई थीं, इनमें अधिकांश हथियार बिहार पहुंचाए जाने की आशंका थी।
आदर्श थाना जमालपुर में AK 47 प्रकरण को लेकर को दर्ज हुई प्राथमिकी मामले की जांच करने जबलपुर से पहुची पुलिस की टीम ने सोमवार को जमालपुर पहुंच कर अनुसंधानकर्ता से घंटों बातचीत की। इस दौरान कई अहम दस्तावेजों के आदान-प्रदान की भी खबर है।
जबलपुर पुलिस टीम में शामिल सब इंस्पेक्टर हेमंत यादव के अनुसार AK 47 प्रकरण को लेकर जो गिरफ्तारी एवं हथियार बरामदगी जमालपुर के अलावा मुंगेर मुफस्सिल थाना क्षेत्र में हुई है, उस मामले में कई तरह के कागजों का आदान-प्रदान होना था।साथ ही गिरफ्तार तस्करों को रिमांड पर लेने की भी तैयारी चल रही है। इस कड़ी में कोर्ट में रिमांड के लिए आवेदन दिया गया है।
जबलपुर पुलिस टीम ने यह भी बताया कि जमालपुर में बरामद AK 47 हथियार के बाद जबलपुर और गोरखपुर से 4 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी।
पुलिस कप्तान के अनुसार कासिम बाजार थाना क्षेत्र से गिरफ्तार सुरेश मिस्त्री ने 5 AK 47 राइफल को झारखंड में बेचा था। इसके एवज में उन्हें प्रति हथियार 25 हजार का कमीशन मिलता था। जिसमें यूपी के आकाश कुमार तथा गया के राजीव रंजन की भी संलिप्तता उजागर सामने आई है। तीनों गिरफ्तारी एएसपी हरिशंकर कुमार के नेतृत्व में हुई है।
एसपी ने यह भी बताया कि सुरेश मिस्त्री पेशेवर हथियार तस्कर है। वह पहले भी इस तरह के मामले में जेल जा चुका है। वहीं, दूसरी तरफ NIA की टीम भी जांच-पड़ताल में जुट गई है।