गरीबों का दर्द, गरीबों की जुबानी…
सोहराय मुंडा के अनुसार : पैतृक जमीन बेचकर एवं ऑटोरिक्शा चला कर किसी तरह पैसा जमा किए थे। मगर कम्पनी के हेड ऑफिस गया तो वहां ताला लटका हुआ मिला। आसपास के लोगो से पूछने पर पता चला कि कम्पनी अब बन्द हो चुकी है। क्या होगा अब हमारा।
सीता देवी के अनुसार: उसने एक बार मे एक लाख रूपए चीटफंड कम्पनी को 5 वर्ष में डबल करने के वादे के अनुसार दिया। मगर 6 वर्ष गुजर गए। पैसे का कुछ पता नही। अब कहां जाए और किससे फरियाद करें, कुछ समझ नही आता है
मानव देवी के अनुसार: मुरही और सब्जी बेच कर कुछ पैसा जमा किए थे। मगर वो भी डूब गया।
सीवनती देवी के अनुसार: उसका पति नहीं है। बेटा नही है। किसी तरह 10,000 हजार रुपए जमा किए। मगर तबीयत खराब थी और कर्जा लेकर ईलाज कराई, मगर आज तक एक पैसा नही मिला।
गाजु मुंडा के अनुसार: वह दिल्ली में काम करके कुछ पैसा कमाया था कि बुढापे का सहारा बनेगा इस कम्पनी के एजेन्ट ने उसे 5 वर्ष में पैसे दुगना करने का वादा करके एक लाख रुपए जमा करा लिया। मुश्किल से सिर्फ तीन माह ही 1500 रुपए मिला और आज तक इन्तजार में है।
मंगरी देवी के अनुसार: उसके पति का स्वर्ग वास हो गया है और 2 बेटा और एक बेटी है। बच्चों को पालने पोसने के लिए एक लाख रुपए चीटफंड कम्पनी मे रखे थे। आज वह काम भी नही कर सकती। उसका पैर भी खराब हो गई है। मगर कम्पनी का कुछ पता नही चल रहा है। लोग कहते है कि कम्पनी बन्द हो गई।
इसके अलावा भुकत भोगी: भुनेश्वर महतो, धनेश्वर महतो, साधन देवी, सुमित्रा देवी एवं 55- से 60 भुगत भोगी मौजूद थे
इस तरह सिर्फ नामकोम प्रखंड से ही सैकड़ो गरीब किसान मज़दूरों से करोड़ों रूपये उगाही कर कंपनी चम्पत हो गया। रूपये उगाही करने वाले स्थानीय एजेंट भी पीड़ितों की पैसे वापस दिलाने में असमर्थता जाता रहे हैं। सभी पीड़ित झामुमो से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
झामुमो केन्द्रीय सदस्य अंतु तिर्की ने इन गरीबों को आश्वासन और भरोसा दिलाया कि उनकी लोगोके खुन पसीने की गाढ़ी कमाई किसी भी हाल में डूबने नही दिया जाएगा। चिटफंड कम्पनियों के द्वारा जिस प्रकार गरीबों को लालच देकर लुटने का प्रयास किया गया है, यह बहुत ही दुखद और चिन्ता का विषय है। झामुमो परिवार चिटफंड कम्पनी मे फंसे लोगो के साथ खड़ी है। उनके हक और अधिकार को दिलाने के लिए जोरदार आन्दोलन किया जाएगा।
इस मौके पर मुख्य रूप से झामुमो के ब्रिस मिंज, महादेव मुंडा, चामु बेग, निजामुद्दीन अंसारी, माइकल रुण्डा, विंसेंट तिर्की आदि भी मौजूद थे ।