“हक अधिकार हमें पाना है,मिलकर जोर लगाना है,चन्द्रवँशी जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करना होगा, आदि नारो से धरना स्थल पर चन्द्रवँशी समाज ने अपनी आवाज़े बुलंद की।“
नालंदा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। अखिल भारत वर्षीय चन्द्रवँशी क्षत्रिय महासभा नालन्दा जिला इकाई द्वारा एकदिवसीय धरना का आयोजन हॉस्पिटल मोड़ बिहारशरीफ में हुआ, जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष भागवत प्रसाद चन्द्रवँशी और संचालन जिला महामंत्री सूरज चन्द्रवँशी ने किया।
सरकार से चन्द्रवँशी जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने की माँग को लेकर नालन्दा जिले के विभिन्न प्रखण्ड से चन्द्रवँशी समाज के लोग इस धरना में शामिल हुए। धरना के बाद शिष्टमण्डल ने अपनी मांगों से सम्बंधित ज्ञापन भी जिलापदाधिकारी कार्यालय को सौंपा।
एकदिवसीय महाधरना में शामिल राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्याम किशोर भारती ने कहा कि आज बिहार राज्य के सभी जिला मुख्यालय में धरना का आयोजन किया गया है। बिहार में चन्द्रवँशी की आबादी 70 लाख से भी अधिक है। देश की आज़ादी के सत्तर वर्ष बाद भी चंद्रवंशियों की सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक और शैक्षणिक हालात अनुसूचित जाति से भी दयनीय है।
उन्होंने कहा कि पूर्व के वर्ष में महासभा के मांगों के आधार पर बिहार सरकार ने ए एन सिन्हा इंस्टीच्यूट द्वारा बिहार के सभी जिलों में सर्वे कराकर रिपोर्ट तैयार किया गया है। चन्द्रवँशी (कहार) जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने के लिए एथनोग्राफी रिपोर्ट के साथ बिहार सरकार ने भारत सरकार को अनुशंसा भेजी है।
बिहार सरकार द्वारा भेजे गए एथनोग्राफी रिपोर्ट में साफ साफ लिखा है कि बिहार में चन्द्रवँशी यानी कहार जाति की हालत अनुसूचित जाति से भी दयनीय है। इसलिए चन्द्रवँशी (कहार) जाति को अनुसूचित जाति में शामिल किया जाय।
महासभा के जिलाध्यक्ष भागवत प्रसाद चन्द्रवँशी ने कहा कि सामाजिक,आर्थिक और राजनैतिक अधिकार के लिये अब सशक्त आंदोलन पूरे जिले में पंचायत स्तर से शुरू किया जाएगा।
जिला मंत्री विश्वजीत चन्द्रवँशी ने कहा कि जिले के सांसद, विधान पार्षद ,विधायक से भी मांगो के समर्थन में सहयोग के लिये जिला कमिटी मिलेगी।
इस अवसर पर मथुरा चन्द्रवँशी, लालो प्रसाद, शिवकुमार प्रसाद, राजहंस कुमार, डॉ सुबोध चन्द्रवँशी, पप्पू चन्द्रवँशी, वीरेंद्र प्रसाद, जवाहर प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री, अनन्त कुमार वर्मा,धनन्जय लाल, सुरेंद्र प्रसाद, मुकेश कुमार, संजय डिस्को, चन्दन कुमार, दयानन्द प्रसाद, धर्मेंद्र चन्द्रवँशी, शीतल राम, नवल किशोर प्रसाद, राकेश कुमार, सुमित बबलू, निशांत कुमार, सर्वेश कुमार, विजेंद्र प्रसाद, अमित कुमार, राजा सरदार, शशिभूषण, देवदत्त प्रसाद सहित चन्द्रवँशी समाज के सैकड़ों लोग सम्मिलित हुए।