“एक ओर जहां सरकार-प्रशासन महादलितों के समग्र उत्थान कार्यक्रम की बात कर रही है, वहीं दुर्भाग्य है कि सीएम नीतिश कुमार की ‘ड्रीम स्थल’ राजगीर में पीने का पानी भी नसीब नहीं है। यह कैसा सर्वांगिन विकास के ढिढोंरे हैं कि नीचले पायदान की आबादी के सामने मुंह बाये इस तरह की बुनियादी समस्याएं को लेकर हंगामा-प्रदर्शन करना पड़ रहा हो….”
राजगीर (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। कल देर रात तक नालंदा जिले के राजगीर नगर पंचायत के महादलित बस्ती गांधी टोला में अचानक उत्पन्न बिजली की समस्या को उपजा आक्रोश अभी थमा भी नहीं है कि आज अहले सुबह से वार्ड नंबर-18 में ब्रह्मकुंड योगीवर के पास महादलित परिवारों ने पीने के पानी को लेकर हंगामा मचा रखा है।
आक्रोशितों ने आवागमन को ठप कर रखा है। उनमें बच्चें, महिलाएं भी शामिल हैं। लेकिन उनकी सुध लेने न तो पुलिस-प्रसाशन या विभागीय लोग पहुंचे हैं और न ही कोई जनप्रतिनिधि।
कहा जाता है कि यहां के महादलित परिवारों के लिये पीने की पानी की कोई स्थाई व्यवस्था नहीं है। सारे चापाकल खराब पड़े हैं। नगर पंचायत प्रशासन की ओर से पहले दो टैंकर पानी की सप्लाई हो रही थी, लेकिन इधर एक टैंकर पानी कर दी गई। उस पर तुर्रा यह कि एक महादलित परिवार को तीन डिब्बे पानी ही देते हैं। अब तीन डिब्बे पानी से समूचे परिवार का गुजारा कैसे होगा।
आक्रोशित महादलित परिवारों का कहना है कि उनलोगों ने कई बार अपनी इस समस्या की शिकायत विभागीय लोगों से की। वार्ड पार्षद से लेकर विधायक तक गुहार लगाई, लेकिन उनकी कोई नहीं सुन रहा।
हंगामा-प्रदर्शन के पुलिस-प्रशासन मुर्दाबाद, वार्ड पार्षद मुर्दाबाद, एसडीओ मुर्दाबाद, विधायक मुर्दाबाद जैसे नारों से उनके आक्रोश को साफ समझा जा सकता है।