रांची (मुकेश भारतीय) । पिछले कई साल से ओरमांझी ब्लॉक चौक किनारे बने कर्कटनुमा मकान में सरकारी अंग्रेजी शराब की दुकान बेरोकटोक धड़ल्ले से चल रही है। सरकारी अनुमति से सिंडिकेट द्वारा संचालित इस दुकान को अहले सुबह से देर रात तक अपना धंधा करते कभी भी देखा जा सकता है।
इस दुकान के सटे उत्तर-पश्चिम अमर शहीद शेख भिखारी बालिका विद्यालय और राजकीय एसएस हाई स्कूल अवस्थित है। दरअसल विद्यालय की बाउंड्री के बाद खाली सड़क पर ही अनेक अवैध दुकानें बना ली गई है। शराब की दुकान भी उसी में एक है। इस दुकान से शराब की काउंटर सेल तो होती ही है, राष्ट्रीय उच्च मार्ग-33 के किनारे नेवरी विकास से चुट्टुपालू और कुच्चु से पांचा-सिकिदिरी तक कुकुरमुत्ते की तरह उगे लाइन होटलों में खूब सप्लाई की जाती है।
सबसे दिलचस्प बात है कि ओरमांझी ब्लॉक चौक पर हमेशा पुलिस-प्रशासन, मीडिया और जनप्रतिनियों का जमाबड़ा लगा रहता है, लेकिन पिछले 10 सालों में कभी कोई मुखर नहीं दिखे।
किसी ने भी यह सबाल नहीं उठाया कि सरकारी बालक और बालिका अगल-अगल दो हाई स्कूलों के सामने शराब की दुकान कितनी सामाजिक और नैतिक है। वह भी बीच चौक सड़क किनारे अवैध मकान में। दोनों स्कूल के मैदान में बिखरे शराब और वीयर की बोतलें गवाह है कि असमाजिक तत्व दुकान से खरीद कर यहां अड्डेबाजी करते हैं।
इधर सोमवार से नौजवान विकास संघर्ष समिति के केन्द्रीय मोहम्मद असलम अंसारी , केन्द्रीय महासचिव राजेश रजक, सचिव गंगा विष्णु महतो ने दर्जनों लोगों के साथ स्कूल और शराब दुकान के ठीक सामने शास्त्री (ब्लॉक) चौक पर आमरण अनशन पर बैठ गये हैं। प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल से जुड़े उनकी आठ सूत्री मांगों में परिसर की जमीन से सरकारी शराब की दुकाने तत्काल हटाने की मांग प्रमुख है।
इस अनशन को समर्थन देने पहुंचे झामुमो महानगर अध्यक्ष अंतु तिर्की ने कहा कि अमर शहीद शेख भिखारी प्रेजेक्ट हाई स्कूल से सटे अंग्रेजी शराब की सरकारी दुकान है। प्रखंड मुख्यालय के ब्लॉक चौक के चारो ओर तेजी से अतिक्रमण हो रहा है और पुलिस-प्रशासन के लोग इस गंभीर समस्या पर चुप्पी साध महौल को प्रदूषित करने में लगे हैं। उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनियों को आड़े हाथों लेते हुये कहा कि यहां सब सबका साथ और अपना विकास में लगे हैं। स्कूल और शराब दुकान के थोड़ी दूर पर माननीय सांसद का आवास है। वे रोज यहां हाफ पैंट पहन मार्निंग वाक करते रहते हैं लेकिन स्कूल की बच्चे-बच्चियों की उन्हें रती भर भी चिंता नहीं है। अगर इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम उग्र आंदोलन करने को वाध्य हो जायेगें और इसकी सारी जबाबदेही प्रशासन की होगी।
इसके बाद शाम करीव 6.30 बजे अनशनकारियों से बात करने ओरमांझी बीडीओ, सीओ और थाना प्रभारी पहुंचे। लेकिन बात नहीं बन सकी औऱ अनशनकारी सरकारी शराब दुकान को तत्काल हटाने एवं अन्य समस्याओं को लेकर स्थानीय विधायक, सांसद और विभागीय अफसरों का एक तय सीमा के अंदर समाधान करने के लिखित आश्वासन की मांग पर अड़े हैं। सरकारी शराब दुकान की बाबत संपर्क साधने पर ओरमांझी थाना प्रभारी और अंचलाधिकारी मामले को एक दूसरे पर टालते नजर आये। इस फेंकाफेंकी के बीच करीब 30 घंटे बाद अनशनकारियों की मेडिकल चेकप हो पाई।
“अनशनकारियों की मुख्य मांगों में विद्यालय के पास सरकारी शरीब की दुकान हटाने की है। यह फैसला अंचलाधिकारी को लेना है कि शराब की दुकान वैध है या अवैध। वे जैसा कहेगें, वैसी कार्रवाई की जायेगी।”
……सुमन कुमार सुमन, थाना प्रभारी, ओरमांझी।
“ इसमे हम कुछ नहीं कर सकते। जो भी करना है थाना प्रभारी को करना है। उन्हीं से जानकारी लीजिये। ”
…….राजेश कुमार अंचलाधिकारी, ओरमांझी।
“ प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल की समस्यायें काफी गंभीर है। इसके लिये पुलिस- प्रशासन और जनप्रतिनिधि लोग सीधे जिम्मेवार हैं। समाधान नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन होगा ”
…….अंतु तिर्की, रांची जिला झामुमो अध्यक्ष