देवघर (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। झारखंड के देवघर स्थित त्रिकुट पहाड़ पर हुए हादसा में दो महिला की मौत हो गई है। 48 लोग अभी भी फंसे हुए है। फिलहाल सेना एनडीआरएफ की टीम के साथ दो हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू में जुटी है
रातभर लोग रोप-वे की ट्रॉली में बैठे रहे। एक-दूसरे से बात करके डर को खत्म किया। सुबह होते ही सेना ने रेस्क्यू शुरू कर दिया। सुबह करीब साढ़े छह बजे वायु सेना का हेलीकॉप्टर पहुंचा। इसमें कमांडो भी मौजूद हैं।
हेलीकॉप्टर ने ऑपरेशन शुरू करने से पहले हवाई सर्वे किया। हवा में अटके ट्रॉली में फंसे लोगों को सुरक्षित नीचे उतारने की योजना तैयार की गई।
देवघर हवाई अड्डा प्राधिकरण की ओर से वायुसेना के इन हेलीकॉप्टर को लोकेशन दिया गया है। केबिन जमीन से करीब 2500 फीट की ऊंचाई पर है। लिहाजा ऑपरेशन शुरू करने से पहले सुरक्षा के पुख्ता इंतजार किए जा रहे हैं।
हादसे में फंसे हुए लोगों की पहचान देवघर के अमित कुमार, खुशबू कुमारी, जया कुमारी, छठी लाल शाह, कर्तव्य राम, वीर कुमार, नमन, अभिषेक, भागलपुर के धीरज, कौशल्या देवी, अन्नु कुमारी, तनु कुमारी, डिंपल कुमार व वाहन चालक, मालदा के पुतुल शर्मा, सुधीर दत्ता, सौरव दास, नमिता, विनय दास के रूप में की गई है।
ट्रॉली में फंसे हुए लोगों ने पूरी रात एक-दूसरे से बातचीत करते हुए समय गुजारा। एक-दूसरे का हौसला बढ़ाने का प्रयास किया। सुबह करीब 5 बजे से दोबारा रेस्क्यू कार्य प्रारंभ किया गया। देर रात केबिन में फंसे लोगों तक खाने का पैकेट पहुंचाने की कोशिश हुई।
हालांकि कई लोगों तक खाना-पानी नहीं पहुंच सका। एनडीआरएफ की टीम ने ओपन ट्रॉली से पैकेट केबिन में फेंकने की कोशिश की। सबकी हिम्मत बढ़ाने का प्रयास किया गया।
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