“रघुवंश प्रसाद सिंह कुछ दिन पहले ही कोरोना पॉजिटिव हुए थे। जिसके बाद उनका इलाज पटना के एम्स में चल रहा है। उन्होंने राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उधर राष्ट्रीय जनता दल में बड़ी टूट हुई है। राष्ट्रीय जनता दल के कई विधान पार्षदों ने एक साथ पार्टी छोड़ दी है…
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क ब्यूरो)। विधान परिषद चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल को एक बडी़ टूट का सामना करना पड़ा है। राजद खेमे से आज दो बुरी खबरें सुनने को मिली।
रविवार को लगे सूर्य ग्रहण का असर राजद पर दिख रहा है। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने पद से इस्तीफा दे दिया हैं।
रघुवंश प्रसाद सिंह रामा सिंह के आरजेडी में लाने के कारण नाराज थे। उन्होंने पार्टी को पहले ही बताया दिया था कि या तो आरजेडी में रघुवंश प्रसाद रहेंगे या रामा सिंह रहेंगें।
रघुवंश प्रसाद सिंह फिलहाल पटना एम्स में भर्ती हैं। वहां से अपना इस्तीफा भेजवा दिया है।
विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी को एक बड़ा झटका है। रामा सिंह ने वैशाली से लोकसभा चुनाव 2014 लोजपा से टिकट पर लड़ा था।
इस दौरान उन्होंने राजद के रघुवंश प्रसाद सिंह को शिकस्त दी थी, लेकिन इसके बाद 2019 के चुनाव के दौरान पार्टी ने उनकी जगह वीणा देवी की टिकट दे दिया।
तभी से यह कयास लगाए जा रहे थे। रामा सिंह ने तेजस्वी यादव से मुलाकात कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि वह 29 जून को आरजेडी में शामिल होंगे। जिसका विरोध जगदानंद सिंह कर रहे हैं।
उधर एमएलसी संजय प्रसाद, कमरे आलम, राधाचरण सेठ, रणविजय सिंह और दिलीप राय ने भी आरजेडी छोड़ दी है।
इस्तीफा देने वाले सभी विधानसभा पार्षद विधान परिषद पहुंचे हुए है। सभी ने सभापति से मुलाकात की है। मुलाकात के बाद सभापति ने अनुमति दे दी है।
आरजेडी से इस्तीफा देने वाले कई नेता लालू प्रसाद के काफी करीबी रहे हैं, लेकिन वह तेजस्वी यादव के नेतृत्व से खुश नहीं थे। जिसके बाद सभी ने पार्टी को अलविदा कह दिया है।
इसी बीच जदयू के नेताओं ने दावा किया है कि राजद के कई विधायक उनके संपर्क में है। राजद में भगदड़ मची हुई है।