लूट का अड्डा बना PWD
हज़ारीबाग़ का पी डब्लू डी लूट का अड्डा बन गया है। अधिकारी कर्मचारी मनमानी की सीमा पार कर चुके है । यहां जे पी यादव नामक जूनियर इंजीनियर पिछले दस साल से भ्रस्टाचार की खेती कररहे है ।
वे इतना रुपया कमा चुके है कि अभी दूसरे दूसरे के एकॉउंट में जमा करवा रहे है यहां इनकी इजाजत से ही सारे स्टिमीट बनता है कमिसन घुस सभी इनके इजाजत से ही लिया जाता है । इनके डिसीज़न के आगे एक्जीक्यूटिव और ए सी की भी नही चलती है ।
सर्कल में पिछले साल 25 लाख का रिपेयरिंग वर्क कर घोटाला किया गया लेकिन इस साल भी 12 लाख का रिपेयरिंग काम स्टार्ट हो गया । रोलर शेड बनाया गया है जबकि इसको नही बनाने को लेकर चार साल पहले ही चिट्ठी आयी थी । अब रोलर है नही पर इसमें ग्रिल भी लग रहा है । गार्ड नही है लेकिन गार्ड रूम बन रहा है ।
गुण नियंत्रण का ( क्वालिटी कंट्रोल )ऑफिस यहां है लेकिन उसकी सेवा लेने के बजाय ठेकेदारों का अपना गुण नियंत्रक की रिपोर्ट ही ले ली जाती है मोटी कमिसन लेकर । असल में छोटे बेजा काम अपने लोगो को कमाई देने और नेताओं को खुस करने का जरिया है ताकि बड़े कार्य में बड़ा कमिसन वसूल सके तो कोई बोले नही । कई बड़े कार्यो में बड़ा घोटाला हुवा है ।
अगर जांच हुई तो कार्यपालक अभियंता और जूनियर दोनों लाल कोठी की सैर करने चले जायेंगे । राजनितिक दल के बड़े नेता को यहां से नज़राना शुकराना जाता है जो अभियंता की जाती एक नेता के हाथ से होता है इसलिए कुछ नही बोलते है । लेकिन अब बैतरणी पर बाज़ बैठ गया नैया पार नही होगी ।डूबेगी पहले पूरा खुलासा हो जाये ।
खास महाल की फिरंगी फरमान
यह देवांगना चौक पर का नज़ारा है जो खुले आम उपयुक्त से लेकर कमिश्नर तक के आदेश को ठेंगा दिखाते काम कर रहा है । जबकि नितिन मदन कुलकर्णी ने इसे रेजुम करने का आदेश दे दिया था पर आदेश को गांधी जी के तस्वीरोवाले कागज़ के साथ बदलकर रद्दी की टोकरी में फेंक दिया ।
सूत्र बताते है कि इस काम को चालू रखने के लिए चपरासी से लेकर हाकिम तक को मोटा माल खिलाया है वर्तमान उपायुक्त को छोड़कर ।हलाकि वर्तमासँ उपायुक्त ने इसपर संज्ञान लिया है पर वर्तमान उप्पायुक्त अभिमन्यु की तरह अकेले चस्क्रव्यूह में घिरे हुवे है।