पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज़ नेटवर्क डेस्क)। बिहार के पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास ने एकबार फिर से सीएम नीतीश कुमार के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। इस बार उन्होंने बिहार के सबसे चर्चित सृजन घोटाले को लेकर सीधे सीएम नीतीश कुमार को लपेटा है।
सृजन घोटाले की जांच में तेजी लाने, निष्पक्ष जांच और सीएम नीतीश कुमार को घोटाले का दोषी मानते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग सीबीआई के निदेशक से की है।
उन्होंने बिहार में लगभग 2500 करोड़ रुपए के सृजन घोटाले की जांच पर असंतोष व्यक्त करते हुए सीबीआई निदेशक को पत्र लिखा है।
उन्होंने सीबीआई को लिखें पत्र में उल्लेख किया है कि 2500 करोड़ रुपए का सृजन घोटाला बिहार का सबसे बड़ा घोटाला है। जिसकी जांच सीबीआई कर रही है। बाबजूद सीबीआई की जांच की आंच बड़ी मछलियों तक नहीं पहुंची है। वह छोटी छोटी मछलियों का शिकार कर रही है। इससे जांच पूरी तरह मखौल बनकर रह गई है।
पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने सीबीआई को लिखा है कि सृजन घोटाला बिहार के सीएम नीतीश कुमार के कार्यकाल में हुआ है। लेकिन सीएम नीतीश कुमार की गिरफ्तारी तो दूर सीबीआई अभी तक उनसे पूछताछ की जरूरत भी नहीं समझी है।
सीएम नीतीश कुमार के रहते सृजन घोटाला की निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। उन्होंने लिखा कि सीएम नीतीश कुमार अपने पद का दुरूपयोग भी कर सकते हैं। सबूतों को नष्ट करवा सकते हैं। लालच और भय दिखाकर गवाहों को डरा सकते हैं।
इसीलिए पूर्व आईपीएस अधिकारी ने सीबीआई से सीएम नीतीश कुमार की गिरफ्तारी की मांग की है।
बताते चलें कि भागलपुर में कई सरकारी विभागों की रकम सीधे विभागीय खातों में न जाकर या वहां से निकाल कर ‘सृजन महिला विकास सहयोग समिति’ नाम के एनजीओ के आधा दर्जन खातों में ट्रांसफर की गई थी।
फिर इस एनजीओ के कर्ता धर्ता जिला प्रशासन और बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी रकम की हेरा-फेरी करते थे।
मामला सामने आने के बाद हालांकि सीएम नीतीश कुमार ने इस घोटाले की जांच का आदेश दिया था। जिसकी जांच बिहार पुलिस के आर्थिक अपराध इकाई की विशेष जांच दल आईजी रैंक के पुलिस अधिकारी जेएस गंगवार ने शुरू की थी।