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NDA में सीटों पर यूं बनी सहमति, लोजपा के खाते में गई 6* सीट

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लोजपा ने सीट शेयरिंग पर भाजपा नेतृत्व को 31 दिसम्बर तक फैसला कर लेने का अल्टीमेटम दिया था। इस धमकी के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरकत में आएं…”

एक्सपर्ट मीडिया न्यूज /दिल्ली /पटना। आखिरकार एनडीए ने अपना एक महत्वपूर्ण सहयोगी रालोसपा के खोने के बाद लोजपा से सीट शेयरिंग की सहमति बन ही गई। भाजपा और जदयू आधे-आधे यानी 17-17 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी।

जबकि बाकी बचे छह सीट लोजपा के खाते में गई है। वहीं लोजपा को एक बोनस सीट के रूप में राज्यसभा सीट भी मिलेगी। जिस पर लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान का कब्जा होगा।

bihar nda2019 लोकसभा चुनाव को देखते हुए बिहार में बीजेपी की अपने सहयोगी दल एलजेपी और जेडीयू के साथ सीटों के बंटवारे पर फैसला हो गया है।

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को दिल्ली में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि तीनों पार्टियाँ (बीजेपी, एलजेपी, जेडीयू) ने साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।

बिहार में बीजेपी 17, जेडीयू 17 और एलजेपी 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं एलजेपी के अध्यक्ष राम विलास पासवान को एनडीए की ओर से राज्य सभा भेजा जाएगा।

इससे पहले कहा जा रहा था कि सीटों के बंटवारे को लेकर शनिवार शाम ऐलान कर दिया जाएगा। लेकिन बाद में कहा गया कि एनडीए में सीट बंटवारे का ऐलान रविवार को होगा।

एलजेपी अध्यक्ष रामविलास पासवान और पार्टी के नेताओं के दिल्ली में न होने के कारण इस फैसले को रविवार तक के लिए टाल दिया गया था।

वहीं सीट बंटवारे के ऐलान के लिए एलजेपी अध्यक्ष रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान रविवार को दिल्ली पहुंचे। बीजेपी ने इन्हें मुंबई से दिल्ली चार्टर्ड प्लेन के जरिए बुलाया।

वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव की अमित शाह के घर पर बैठक हुई। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इससे पहले घोषणा की थी कि उनकी पार्टी और जेडीयू राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बिहार में बराबर संख्या में सीटों पर चुनाव लड़ेंगी।

बिहार में बीजेपी नीत एनडीए ने 2014 के आम चुनाव में 31 सीटें जीती थी। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और जेटली सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं ने एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान और उनके बेटे चिराग के साथ गुरुवार को एक घंटे की मुलाकात की, ताकि उनके मतभेदों को दूर किया जा सके।

इससे पहले लोजपा ने सीट शेयरिंग पर भाजपा नेतृत्व को 31 दिसम्बर तक फैसला कर लेने का अल्टीमेटम दिया था। इस धमकी के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरकत में आएं। बाद में कई एनडीए नेताओं ने लोजपा के सांसद चिराग पासवान से बातचीत की।

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