पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। लोजपा को लेकर बहुप्रासंगिक ‘चाचा-भतीजा’ यानि सांसद पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान के बीच जारी रगड़ के मद्देनजर अपनी जदयू को लेकर सीएम नीतीश कुमार कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं दिख रहे हैं।
राज्यसभा सदस्य आरसीपी सिंह द्वारा पार्टी के अनमने कोटे से मोदी सरकार की मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद नया राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने को लेकर आज फैसला हो सकता है।
खबर है जदयू ने सीएम नीतीश कुमार की पहल पर नई दिल्ली में आज शाम 4 बजे पार्टी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। इस बैठक में खुद सीएम नीतीश कुमार, संसदीय दल के नेता ललन सिंह, विधान पार्षद उपेन्द्र कुशवाहा, वरीय प्रदेश नेता वशिष्ठ नारायण सिंह आदि शामिल होंगे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर जदयू सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह एवं विगत विधान सभा चुनाव में सीएम नीतीश कुमार की छवि के विरोधी रहे और अपनी रालोसपा को जदयू में विलय करने वाले उपेन्द्र कुशवाहा के बीच रार उत्पन्न हो सकती है।
ऐसी परिस्थिति में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे वशिष्ठ नारायण सिंह का नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए आगे लाया जा सकता है। लेकिन यदि उनका स्वास्थ्य और उम्र रोड़ा बन कर सामने आए तो खुद नीतीश कुमार पार्टी की पुनः कमान थाम सकते हैं।
ऐसे भी राष्ट्रीय स्तर पर सहयोगी भाजपा साथी दलों के साथ जिस तरह की रणनीति अपनाती दिख रही है, वैसे में बिहार की कुर्सी संभाल रहे नीतीश कुमार कोई रिस्क नहीं लेना चाहेंगे, क्योंकि पार्टी के अंदरखाने में आरसीपी सिंह का खुद मंत्री बनकर निकल जाना काफी घुमड़-अखर रहा है।