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मधुबनी के ‘मतराज’ को मात देकर यूं चुनाव जागरूकता शुभंकर बनी नालंदा की ‘सोन चिरैया’

पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को और भी समावेशी, पारदर्शी और सहभागी बनाने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिहार ने एक अनूठी पहल की थी। राज्य स्तरीय शुभंकर प्रतियोगिता। इस प्रतियोगिता में नालंदा जिले के राहुल कुमार द्वारा डिजाइन की गई ‘सोन चिरैया’ ने सभी को पीछे छोड़ते हुए प्रथम स्थान हासिल किया, जबकि मधुबनी जिले के कृपानाथ झा की कृति ‘मतराज’ को द्वितीय पुरस्कार से नवाजा गया। यह प्रतियोगिता मतदाता जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की गई थी, जिसमें बिहार के कोने-कोने से रचनात्मक प्रतिभाओं ने हिस्सा लिया।

बिहार मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में कुल 667 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं, जो गूगल फॉर्म के माध्यम से 20 सितंबर, 2025 तक जमा की गई थीं। राज्य के विभिन्न जिलों से आए इन डिजाइनों में मतदाता जागरूकता के संदेश को रचनात्मक और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने की कोशिश की गई थी। प्रत्येक प्रविष्टि में बिहार की सांस्कृतिक और सामाजिक विविधता को दर्शाने का प्रयास था, जो निर्वाचन प्रक्रिया की भावना को और मजबूत करता है।

प्राप्त प्रविष्टियों का मूल्यांकन करने के लिए एक विशेष चयन समिति का गठन किया गया था। समिति ने 29 सितंबर, 2025 को आयोजित बैठक में सभी डिजाइनों का गुणात्मक और कलात्मक विश्लेषण किया।

इस प्रक्रिया में उन कृतियों को प्राथमिकता दी गई, जो न केवल रचनात्मक थीं, बल्कि निर्वाचन प्रक्रिया की समावेशिता, पारदर्शिता और सहभागिता को प्रभावी ढंग से प्रदर्शित करती थीं। लंबी चर्चा और विचार-विमर्श के बाद, समिति ने सर्वसम्मति से दो कृतियों को पुरस्कार के लिए चुना।

प्रथम पुरस्कार: नालंदा के राहुल कुमार की ‘सोन चिरैया’ को 25,000 रुपये का नकद पुरस्कार।

द्वितीय पुरस्कार: मधुबनी के कृपानाथ झा की ‘मतराज’ को 15,000 रुपये का नकद पुरस्कार।

राहुल कुमार की ‘सोन चिरैया’ ने अपनी सादगी और गहरे संदेश के कारण सभी का ध्यान खींचा। यह शुभंकर बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाता है और मतदाताओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने का प्रतीक बन गया है। चिरैया स्वतंत्रता और ऊर्जा का प्रतीक है, बिहार के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लोगों से भावनात्मक जुड़ाव बनाती है। दूसरी ओर ‘मतराज’ ने भी अपनी अनूठी शैली और रचनात्मकता से समिति को प्रभावित किया, जो मतदान की महत्ता को रचनात्मक ढंग से प्रस्तुत करता है।

विजेताओं को आगामी राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी, 2026 को बिहार मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा आयोजित एक विशेष समारोह में सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर न केवल विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे, बल्कि बिहार में मतदाता जागरूकता को और बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।

अब ‘सोन चिरैया’ बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मतदाता जागरूकता अभियान का चेहरा बनेगी। यह शुभंकर न केवल युवाओं, बल्कि सभी आयु वर्ग के मतदाताओं को अपने अधिकारों का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करेगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने इस पहल को एक बड़ी सफलता बताते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता बिहार की रचनात्मक प्रतिभाओं को सामने लाने का एक शानदार अवसर थी। ‘सोन चिरैया’ और ‘मतराज’ जैसी कृतियां हमारे लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक हैं।

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