बिहारशऱीफ (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। जहां एक ओर एक अगस्त से जनता दल यू द्वारा पूरे बिहार में मुसलमान भाइयों को रिझाने को लेकर भाईचारा यात्रा की शुरुआत करने की तैयारी कर रही है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र नालंदा जिले में ही अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने उनके एवं प्रशासन की कार्यशैली पर काफी नाराजगी जताई हैं।
कहा जाता है कि बिहारशरीफ में रामनवमी जुलूस के दौरान 31 मार्च को हुए उपद्रव के बाद 5 महीने बीतने को हैं, लेकिन अभी तक सरकार के द्वारा मुआवजा देने का वादा पूरा नहीं किया है। सरकार ने उपद्रव के दौरान जो भी छोटे बड़े व्यापारी को नुकसान हुआ था।
उस नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार ने मुआवजे की घोषणा की थी, लेकिन मुआवजे की घोषणा फाइलों में ही सिमट कर रह गई। जिसके कारण अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों में नीतीश कुमार वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे हैं। इतना ही नहीं अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
अंजुमन मुफीदुल इस्लाम के सचिव मीर अरशद ने कहा कि मोहर्रम के दिन हम लोगों ने ताजिया जुलूस नहीं निकालकर अमन-चैन का पैगाम दिया, लेकिन मोहर्रम की रात ही अल्पसंख्यक समुदाय के व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी जाती है। इससे जिला प्रशासन की सुरक्षा तैयारियों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा होता है।