रांची (संवाददाता)। राजधानी रांची के बहुचर्चित शिक्षा विभाग के मध्याह्न भोजन का 100 करोड़ रुपया भानु कंस्ट्रक्शन कंपनी के एकाउंट में ट्रांसफर करने के मामले में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने धुर्वा शाखा के दो डीजीएम ब्रजेश नायक एवं मिका समद और तीन क्लर्क अशोक कुमार कुइला, विनय कुमार लकड़ा व आदित्य कुमार शर्मा को सस्पेंड कर दिया है।
खबर है कि इसके साथ ही बैंक ने एजीएम एजे टोप्पो को बैंक से हटा दिया है। उन्हें मुख्यालय में योगदान करने को कहा गया है। इससे पहले मामले की शुरुआती जांच के बाद डिप्टी मैनेजर अनिल उरांव व कमलजीत खन्ना को बैंक ने सस्पेंड कर दिया था।
यह है मामलाः
झारखंड सरकार के शिक्षा विभाग के मध्याह्न भोजन का 100 करोड़ रूपया सरकारी खाते से भानु कंस्ट्रक्शन कंपनी के ट्रांसफर कर दिया गया था। मध्याह्न भोजन का पैसा सरकार ने बैंक एकाउंट में जमा कराया था।
बैंक के अधिकारियों ने दस आरटीजीएस के जरिये 100 करोड़ रुपये एक दिन में भानु कंस्ट्रक्शन के एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया। ये राशि केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक समेत दूसरे बैंकों से भानु कंस्ट्रक्शन कंपनी के एकाउंट में ट्रांसफर किया था।
70 करोड़ वापस मिलने का दावाः
मिड डे मिल के 100 करोड़ रुपये जो स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की धुर्वा शाखा से भानु कंस्ट्रक्शन कंपनी के एकाउंट में ट्रांसफर किया गया था, उसमें सिर्फ 70 करोड़ रुपये ही वापस आ पाए हैं।
30 करोड़ रुपया लेकर भानु कंस्ट्रक्शन का मालिक संजय तिवारी फरार है। मामले का खुलासा होने के बाद बैंक को तत्काल 47।80 करोड़ रुपये की वापसी भानु कंस्ट्रक्शन कंपनी के एकाउंट से हुई थी।
हालांकि बैंक ने दावा किया है कि कुल 70 करोड़ रुपये वापस कर लिए गए हैं।