
नई दिल्ली (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन दिल्ली के अपोलो अस्पताल में ब्रेन हेमरेज के बाद गंभीर हालत में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। शनिवार सुबह हुई इस घटना ने पूरे राज्य में हलचल मचा दी है, जिसके बाद राजनीतिक नेताओं और आम जनता ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
2 अगस्त, 2025 की सुबह झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के वरिष्ठ नेता और शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के साथ उनके जमशेदपुर, घोडाबंधा स्थित आवास पर एक गंभीर हादसा हुआ। बाथरूम में फिसलने से उनके सिर में गहरी चोट लगी। परिणामस्वरूप ब्रेन हेमरेज हुआ और मस्तिष्क में रक्त का थक्का जम गया। यह एक ऐसी चिकित्सीय आपात स्थिति है, जिसके लिए तत्काल विशेषज्ञ देखभाल की आवश्यकता थी।
सोरेन को तुरंत जमशेदपुर के टाटा मोटर्स अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी स्थिति को देखते हुए दिल्ली के अपोलो अस्पताल में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया। उनके परिवार, जिसमें उनकी पत्नी और बेटा शामिल हैं और पूर्व विधायक कुणाल सारंगी उनके साथ दिल्ली पहुंचे।
अपोलो अस्पताल में न्यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. सुधीर त्यागी के नेतृत्व में विशेषज्ञों की एक टीम सोरेन का इलाज कर रही है। चिकित्सीय जानकारी के अनुसार वे वर्तमान में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं और उनकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर है।
ब्रेन हेमरेज ने मस्तिष्क में गंभीर क्षति पहुंचाई है और डॉक्टर उनके महत्वपूर्ण मापदंडों की निगरानी कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी, जो दिल्ली में सोरेन के इलाज की देखरेख कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि सभी महत्वपूर्ण मापदंड नियंत्रण में हैं और हमें उनके ठीक होने की पूरी उम्मीद है।
ब्रेन हेमरेज क्या होता है? यह तब होता है जब मस्तिष्क की रक्त वाहिकाएं फट जाती हैं, जिससे रक्तस्राव होता है और मस्तिष्क के ऊतकों को नुकसान पहुंचता है। सोरेन के मामले में रक्त का थक्का बनने से स्थिति और जटिल हो गई है, क्योंकि यह आसपास के ऊतकों पर दबाव डाल सकता है। चिकित्सक दल का लक्ष्य थक्के को स्थिर करना, सूजन को नियंत्रित करना और अन्य जटिलताओं को रोकना है।
सोरेन की स्थिति की खबर ने झारखंड के राजनीतिक नेतृत्व को एकजुट कर दिया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेनने अपोलो अस्पताल में जाकर डॉक्टरों से उनकी स्थिति पर चर्चा की और परिवार को समर्थन दिया।
सोरेन की स्थिति के बीच उनके स्वास्थ्य को लेकर गलत सूचनाएं भी फैलीं। JMM के मुख्य सचेतक मथुरा प्रसाद महतो ने बोकारो में एक कार्यक्रम के दौरान उनके निधन की गलत खबर दी। जिसे बाद में गलत साबित किया गया।
कुणाल सारंगी ने सोशल मीडिया के माध्यम से जनता से अपील की कि वे केवल सत्यापित जानकारी पर भरोसा करें। कृपया असत्यापित खबरें न फैलाएं । स्वास्थ्य मंत्री अंसारी ने भी इस अपील को दोहराया और जनता से आधिकारिक बयानों पर ध्यान देने को कहा।
बता दें कि घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन JMM के वरिष्ठ नेता हैं, जो अपनी जनसेवा के लिए जाने जाते हैं। शिक्षा मंत्री के रूप में उन्होंने स्कूली शिक्षा और साक्षरता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसके लिए उन्हें व्यापक प्रशंसा मिली है। सोरेन और झारखंड के लिए अगले कुछ दिन महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि चिकित्सक उनकी स्थिति को स्थिर करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।
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