“कभी अपने मुख्यमंत्री के बारे में कहते हैं कि उनकी सरकार गिर जाएगी तो कभी अपनी पिस्टल से लोगों को मारने की धमकी देते हैं। कभी यह भी कहते हैं कि नेता बनने के लिए दबंग होना जरूरी है…
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क डेस्क। बिहार के भागलपुर जिले के गोपालपुर से लगातार चौथी बार सत्तारूढ़ दल जदयू से निर्वाचित विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल फिलहाल सीएम नीतीश कुमार के काफी करीबी माने जाते हैं। जिनका विवादों से सदैव गहरा नाता है।
गोपाल मंडल एक बार फिर सुर्खियों में हैं। वे तेजस एक्सप्रेस में अंडरवियर और बनियान पर ट्रेन में घूमते वायरल हुए हैं। उस दौरान आपत्ति जताने वाले यात्रियों को शराब के नशे में जातिसूचक गालियाँ देने जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगे हैं।
इस मामले में उनके सहयात्री प्रल्हाद पासवान ने दिल्ली रेलवे थाना में एक प्राथमिकी भी दर्ज कराई है। जिसमें विधायक पर अन्य गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं।
गोपाल मंडल को लेकर भास्कर.कॉम ने अपनी रिपोर्ट में 11 विवादित किस्से का बखान किया है…
विवाद नंबर-1ः गोपाल मंडल समय-समय पर अपने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही निशाने लेते रहते हैं। विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद उन्होंने कहा- ‘नाथनगर की सीट नीतीश कुमार की गलती की वजह से पार्टी हार गई।’ वह यहीं नहीं रुके। आगे कहा है- ‘विधायक, सांसद होने के लिए दबंग होना जरूरी है।’
विवाद नंबर- 2ः एक बार तो JDU विधायक ने अपनी ही सरकार के गिरने की भविष्यवाणी कर दी थी। उन्होंने कहा था- ‘6 महीने के बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली NDA सरकार गिर जाएगी। इस सरकार के गिरने के बाद तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनना तय है।’ यही नहीं उन्होंने खुद को क्षेत्रीय दबंग बताया था।
विवाद नंबर- 3ः शराबबंदी को लेकर भी मंडल ने नीतीश कुमार को निशाने पर लिया है। उनका बयान आया- ‘मुख्यमंत्री का कान बंद है। इसलिए मुख्यमंत्री का कान खोलना चाहते हैं। बिहार में ऐसा कोई पुलिस या पुलिस अधिकारी नहीं है, जो शराब नहीं पीता। शराब पीकर काम करता है। पुलिस ऑफिसर नशे में चूर रहते हैं। थानेदार से लेकर कोई भी पुलिस ऑफिसर अपनी ड्यूटी का सही से निर्वहन नहीं करते हैं।’
विवाद नंबर- 4ः बांका में 20 एकड़ जमीन पर JDU के विधायक कब्जा जमाने गए थे, लेकिन लोगों ने उन्हें बंधक बना लिया था। लौटने के बाद भागलपुर में उन्होंने एक समुदाय के खिलाफ जातिसूचक टिप्पणी करते हुए कहा- ‘उन लोगों की हिम्मत है..ठोक देंगे। मुझे क्या बंधक बनाएंगे…लाठी उठाएंगे सबको झाड़ देंगे…. मेरे पास रिवॉल्वर है ठोंक देंगे… किसी से डरते नहीं हैं। गोपाल मंडल को बंधक बनाएगा…जिस दिन बंधक बन गया तो मर गया’।
विवाद नंबर- 5ः कुछ दिन पहले बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद पर पैसा वसूलने का आरोप लगाकर मंडल मीडिया के सुर्खियों में आ गए। हालांकि, एक दिन बाद वो पलटी मार गए। विधायक ने तारकिशोर प्रसाद को कहा- ‘तारकिशोर बाबू, आई लव यू’।
विवाद नंबर- 6ः सावन की पहली सोमवारी को गोपालपुर के विधायक गोपाल मंडल अपने समर्थकों के साथ कांवर लेकर बुढ़ानाथ मंदिर गए थे। कोरोना की वजह मंदिर प्रबंधन ने मुख्य दरवाजे को नहीं खोला। इसके बाद वह गुस्से में आ गए और दरवाजे को पकड़ कर काफी देर इंतजार किया। फिर दरवाजा को खूब झकझोरा।
इसके बाद भी दरवाजा नहीं खोला गया। थके-हारे मंडल ने मंदिर के बाहर के शिवलिंग में जलाभिषेक किया। फिर कहा- ‘मैं विधायक हूं। मेरे लिए दरवाजा खोल दिया जाएगा।’ काफी गिड़गिड़ाने के बाद भी दरवाजा नहीं खोला गया।
उन्होंने कहा- ‘पुलिस से मेरा मेल नहीं है। इसलिए दारोगा ने एक जमादार को भेज दिया और जमादार ने हमसे हुज्जत कर लिया। हमसे तैश में बात की।’ उन्होंने कहा- ‘अभी हम पूजा पर थे, नहीं तो तुरंत उसका तैशगिरी दिखा देते। मैंने कई सांसदों व विधायकों को जिताया है। एक दिन मैं पूरे देश पर शासन करूंगा। यही मैंने भोलेनाथ से आज मांगा है।’
विवाद नंबर- 7ः जातिगत जनगणना की वकालत करते हुए मंडल ने खुद को पूरे उत्तर बिहार का नेता बताया। उन्होंने कहा- ‘वो अति पिछड़ों के नेता हैं। बांका, भागलपुर, अररिया, पूर्णिया, मधेपुरा समेत कई जिलों के हीरो हैं।’ दावा किया कि जातिगत जनगणना के बाद गंगोता जाति का पता चल जाएगा कि वो कितनी संख्या में हैं। उसके बाद दावा ठोका जाएगा कि मुझे सम्मान मिलना चाहिए और मंत्री बनाना चाहिए।
विवाद नंबर- 8ः छह साल पहले रंगरा थाने के भवानीपुर निवासी वृद्ध फत्तो पंडित के साथ मारपीट, गाली-गलौज करने और धमकी देने का आरोप लगा था। तब विधायक भवानीपुर गांव स्थिति पार्टी के युवा जदयू जिलाध्यक्ष त्रिपुरारी कुमार भारती के यहां से लौट रहे थे। पीड़ित फत्तो पंडित रात में अपने दरवाजे पर सोये थे। रात करीब 11 बजे कोई उन्हें जगाने आया। फत्तो उठकर आ ही रहे थे कि उन लोगों ने किवाड़ में जोर-जोर से लात मारना शुरू कर दिया और बोला दरवाजा खोलो मेरी बैटी शौच के लिए जाएगी। दरवाजा खुलते ही मारपीट कर दी थी। फत्तो पंडित ने FIR भी दर्ज कराई थी।
विवाद नंबर- 9ः गोपाल मंडल ही नहीं, उनका परिवार भी विवादों में रहा है। उनके दो पुत्रों के साथ क्रिकेट खेलने के क्रम में मारपीट की घटना होने का मामला सामने आया था। मामले में दोनों पक्षों से शिकायत हुई थी। भागलपुर के बरारी के पॉलिटेक्निक मैदान में क्रिकेट खेलने के विवाद में विधायक गोपाल मंडल के दो बेटे और स्थानीय लड़कों के बीच जमकर मारपीट हुई। स्थानीय लोगों ने बेटों पर दबंगई का आरोप लगाया था।
विवाद नंबर- 10ः विधायक की एक और कारस्तानी तब सामने आई, जब एक डिलेवरी बॉय ने आरोप लगाया कि उनके आवास पर पार्सल डिलीवरी करने गया तो उसके साथ मारपीट की गई। उससे करीब पांच हजार रुपए छीन लिए गए, साथ ही पार्सल भी ले लिया गया। यह सब विधायक गोपाल मंडल के सामने ही हुआ था।
विवाद नंबर-11ः कोरोना काल में नवगछिया स्टेशन के पास बनाए गए कंटेनटमेंट जोन की बैरिकेडिंग को गोपाल मंडल ने जबरन हटाया था। इस मामले को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए गोपाल मंडल समेत तीन अज्ञात लोगों के विरुद्ध नवगछिया थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
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