
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) डॉ. एस सिद्धार्थ की संपत्ति का ब्योरा हाल ही में सामने आया है, जो कई रोचक तथ्यों को उजागर करता है। एक ओर जहां उनके पास कोई कृषि या गैर-कृषि भूमि नहीं है। वहीं दूसरी ओर उनके पास एक पिस्टल सहित लाखों की संपत्ति और निवेश है। यह जानकारी उनके द्वारा घोषित संपत्ति विवरण से प्राप्त हुई है, जो चर्चा का विषय बन गई है।
मीडिया रिपोर्टस में आगे जिक्र है कि डॉ. सिद्धार्थ के विभिन्न बैंकों के बचत खातों में कुल 34.79 लाख रुपये जमा हैं। इसके अलावा उन्होंने 11 लाख रुपये के शेयर और बांड में निवेश किया है। गहनों की बात करें तो उनके पास चार लाख रुपये की ज्वेलरी मौजूद है।
हैरानी की बात यह है कि शिक्षा विभाग के इस वरिष्ठ अधिकारी के पास आत्मरक्षा या अन्य कारणों से एक पिस्टल भी है, जो आमतौर पर प्रशासनिक अधिकारियों के पास देखने को नहीं मिलता। हालांकि उनके पास अपना कोई निजी वाहन नहीं है।
संपत्ति के मामले में डॉ. सिद्धार्थ के पास देश के अलग-अलग हिस्सों में शानदार मकान हैं। दिल्ली के द्वारका इलाके में उनका 25 लाख रुपये का फ्लैट है, जबकि तेलंगाना के मेडचल जिले में 65 लाख रुपये का एक मकान और तमिलनाडु के निरकुंडरम में 1.35 करोड़ रुपये का एक आलीशान फ्लैट है। इन संपत्तियों का कुल मूल्य करोड़ों में पहुंचता है। हालांकि उनकी संपत्ति के साथ-साथ कर्ज भी जुड़ा है। उनके ऊपर बैंकों का 90 लाख रुपये का लोन बकाया है।
डॉ. सिद्धार्थ का यह संपत्ति विवरण कई सवाल खड़े करता है। एक ओर जहां उनके पास कोई जमीन नहीं है, वहीं दूसरी ओर महंगे फ्लैट्स और निवेश उनकी आर्थिक स्थिति को दर्शाते हैं। पिस्टल का होना भी लोगों के बीच कौतूहल का विषय बना हुआ है। क्या यह उनकी सुरक्षा से जुड़ा है या व्यक्तिगत रुचि, यह अभी स्पष्ट नहीं है। बहरहाल शिक्षा विभाग के इस भूमिहीन ACS की संपत्ति और जीवनशैली निश्चित रूप से सुर्खियों में है।
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