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    Sunday, December 22, 2024
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      दुर्गा उरांव ने पंकज यादव पर बरियातु थाना में दर्ज कराई एफआईआर

      रांची (इंद्रदेव लाल)। झारखंड अंगेस्ट क्रप्शन के संस्थापक अध्यक्ष दुर्गा मुण्डा उर्फ दुर्गा उराँव ने पंकज यादव उर्फ पंकज कुमार यादव पर जालसाजी करने की प्रथमिकी दर्ज करवाई है।

      दुर्गा उरांव ने बताया है कि उनकी संस्था के फर्जी लेटर पैड पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी झारखंड को एक पत्र भेजा गया। लेकिन उक्त पत्र पर अपूर्ण पता होने की वजह से वह वापस उनके घर के पते पर आ गया।

      जब उक्त पत्र को दुर्गा उरांव ने देखा तो उन्हें संदेह हुआ। क्योंकि उन्होंने ऐसा कोई पत्र अपने नाम से भेजा ही नहीं था। जब उसे खोला तो पाया कि पुलिस पदाधिकारियों के स्थानांतरण के संबंध में उसमें जानकारी दी गई है।

      दुर्गा उरांव की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी में बताया गया है कि उनकी संस्था का तीन वर्ष पूर्व नया लेटर हेड तैयार किया गया था, जिसमें रजिस्ट्रेशन नंबर और मोबाइल नंबर कुछ और दर्ज है। यह भी बताया गया है कि संस्था में आठ वर्ष पहले पंकज यादव कार्यरत थे।

      बरियातु थाना में भादवि की धारा-419, 468, 469, 471, 511 के तहत दर्ज कांड संख्या-107/24 में लिखा है कि….

      “मेरा नाम दुर्गा मुण्डा उर्फ दुर्गा उराँव है। मेरी उम्र करीब 49 वर्ष है। मेरे पिता का नाम श्री घाघू मुण्डा है एवं मैं ग्राम- एदलहातु, पोस्ट रांची यूनिवर्सिटी थाना बरियातु जिला रांची का रहने वाला हूँ। मेरा मोबाईल नंबर “08969602483” है।

      मुझे दिनांक 20.03.2024 को भारतीय डाक कार्यालय से एक बंद लिफाफा प्राप्त हुआ, जो आईजी महोदय, पुलिस मुख्यालय, धुर्वा रांची, पिन कोर्ड 834004 को प्रेषित था एवं उक्त लिफाफा के Front page में प्रेषक के रूप में दुर्गा उराँव मुण्डा, ग्राम एदलहातु पोस्ट रांची यूनिवर्सिटी थाना बरियातु जिला-रांची. पिन-834009. मोबाईल नं 08969602483 अंकित था।

      उक्त लिफाफे के Addressee (पत्र पाने वाला) ने उस लिफाफे को अपूर्ण पता इंकित होने की वजह से लेने से इंकार कर दिया, जिस कारण वह लिफाफा मेरे पता पर पहुंचा, चूंकि उस लिफाफे पर प्रेषक के रूप में मेरा नाम व पता अंकित किया गया था (उक्त लिफाफे के Front एवं Back Side की छायाप्रति इस पत्र के साथ अनुलग्नक -1 में संलग्न है)।

      उक्त लिफाफा को प्राप्त करने पर मुझे बेहद संदेह हुआ, चूंकि ऐसा कोई भी लिफाफा मेरे द्वारा कहीं भी पोस्ट नहीं किया गया था। उक्त लिफाफे के Front पेज पर EMS Speed Post No. EJ331120942IN अंकित था। तदुपरांत मैंने इंडिया पोस्ट ट्रैक Consignment के वेब-साईट पर जाकर उक्त EMS Speed Post No. EJ331120942IN का ब्यौरा प्राप्त किया, जिसको मैं इस आवेदन के साथ अनुलग्नक में संलग्न कर रहा हूँ ।

      जब मैंने उक्त लिफाफे को खोला तो मैंने पाया कि ये पत्र झारखण्ड अगेंस्ट करप्शन (Jharkhand Against Corruption) के लेटर पैड पर लिखा गया है एवं ये पत्र मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, झारखण्ड, रांची को संबोधित था एवं उक्त पत्र पर दिनांक 10.03.2023 अंकित था एवं उक्त पत्र पर दुर्गा उराँव (मुण्डा) के हस्ताक्षर बनाये हुये थे। उक्त पत्र के साथ अनुलग्नक के रूप में निम्नवत् दस्तावेज संलग्न थे:- i) पुलिस उप महानिरीक्षक (कार्मिक) झारखण्ड द्वारा निर्गत ज्ञापांक 63/ पी0, दिनांक 12.01 2021 जिसमें अन्य पुलिस पदाधिकारियों के साथ नवप्रोन्नत नूतन मोदी का स्थानांतरण बोकारो से आईटीएस रांची में किया गया था; ii) पुलिस उप महानिरीक्षक (कार्मिक) झारखण्ड द्वारा निर्गत ज्ञापांक 903 / पी0, दिनांक 04.08.2023 दो पृष्ठों में जिसमें अन्य पुलिस पदाधिकारियों के अतिरिक्त क्रमांक 03 पर पुनि नूतन मोदी का स्थानातंरण बोकारो से सीआईडी में किया गया; iii) पुलिस उप महानिरीक्षक (कार्मिक) झारखण्ड, रांची द्वारा निर्गत ज्ञापांक 1272 / पी0, दिनांक 20.10.2023 जिसमें अन्य पुलिस पदाधिकारियों के अतिरिक्त पु०नि० नूतन मोदी का स्थानातंरण बोकारो से सी०आई०डी० में किया गया। उक्त सभी पत्रों को अनुलग्नक: 03 के रूप में संलग्न कर रहा हूँ।

      उक्तरोक्त पत्र (दिनांक 10.03.2023) की प्रतिलिपि तीन कार्यालयों / पदाधिकारियों को प्रेषित की गई थी:- 同 (4) सचिव, गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग पुलिस महानिदेशक, झारखण्ड, रांची। आई.जी. पुलिस हेडक्वार्टर । मैं उक्त पत्र (दिनांक 10.03.2023) को पाकर हतप्रभ रह गया।

      झारखण्ड अगेंस्ट करप्शन (Jharkhand Against Corruption) संस्थान के जिस लेटर पैड का इस्तेमाल किया गया था, वह इस संस्थान का लेटर पैड नहीं रहा है। दो से तीन वर्ष पूर्व ही इस संस्थान ने एक नया लेटर पैड बनाया है, जिसमें इस संस्थान का रजिस्ट्रेशन नं0 1755 / 264-2012, अपना Logo, कार्यालय का पता एवं मेरा मोबाईल नं 08969602483 अंकित है। जो नया लेटर पैड उपयोग में लाया जा रहा है, वह पिछले वाले से बिल्कुल भिन्न है।

      पिछले वाले लेटर पैड मेंमेरे मोबाईल नम्बर 08969602483 के अलावा पंकज यादव उर्फ पंकज कुमार यादव का मोबाईल नम्बर 7488518639 है। पिछले वाले लेटर पैड में झारखण्ड अगेंस्ट करप्शन का Logo नहीं है। यहां मैं यह कहना चाहुँगा कि पंकज यादव उर्फ पंकज कुमार यादव लगभग आठ से दस वर्ष पूर्व झारखण्ड अगेंस्ट करप्शन (Jharkhand Against Corruption) संस्थान से संबंधित थे, परंतु इनके आपत्तिजनक क्रियाकलापों एवं सोच की वजह से इस संस्था से निकाल दिया गया था।

      जब इन्हें इस संस्था से निकाला गया था, तब संस्था का लेटर पैड केवल उन्हीं के पास रहता था। संस्था (झारखण्ड अगेंस्ट करप्शन) से निकाले जाने के पश्चात् उनको लेटर पैड लौटाने का बराबर अनुरोध किया गया, परंतु उन्होंने इसे कभी नहीं लौटाया। यह लेटर पैड एक फर्जी लेटर पैड है।

      झारखण्ड अगेंस्ट करप्शन (Jharkhand Against Corruption) संस्थान का नया लेटर पैड अनुलग्नक – 4 के रूप में संलग्न किया जा रहा है। मैंने कोई भी पत्र मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी झारखण्ड रांची को ना ही लिखी है और ना ही किसी अन्य कार्यालय/पदाधिकारियों को इसकी प्रतिलिपि प्रेषित की है। उक्त पत्र (दिनांक 10.03.2023) मेरा हस्ताक्षर नहीं है और ना ही वह मेरी लिखावट में है।

      यह एक फर्जी पत्र है, जो मुझे बदनाम करने की नियत से एवं धोखेबाजी करने की नियत से किया गया है। पंकज यादव उर्फ पंकज कुमार यादव ने उक्त हस्ताक्षर को बनाया है, ऐसा मेरा मानना है। उक्त पत्र (दिनांक 10.03.2023) एक बदनियति का परिचायक है, क्योंकि इसके दो अनुलग्नक (ज्ञापांक 903 / पी0, दिनांक 04.08.2023 एवं ज्ञापांक 1272 / पी0, दिनांक 20.10.2023) पत्र लिखने के तिथि के बाद के महिनों से जुड़े हुये हैं साथ ही साथ उक्त पत्र (दिनांक 10.03.2023) लगभग एक साल के बाद दिनांक 14.03. 2024 पोस्ट किया गया है।

      मेरा उक्त पत्र दिनांक 10.03.2023 से कोई लेना देना नहीं है। मेरा मानना है कि उक्त पत्र के माध्यम से सरकारी कार्यों एवं निर्वाचन आयोग के कार्यों में हस्तक्षेप करने का प्रयास किया गया है। यह फर्जी पत्र एक महिला पदाधिकारी के विरूद्ध किसी साजिश के तहत् भेजा गया है।

      इसका एक कारण यह हो सकता है कि नूतन मोदी एक वक्त पलामू जिला में पदस्थापित थीं एवं पंकज यादव उर्फ पंकज कुमार यादव मूलतः पलामू जिला से ही संबंध रखते हैं, हो ना हो पंकज यादव उर्फ पंकज कुमार यादव का नूतन मोदी (महिला पुलिस पदाधिकारी) से कुछ अदावत रहा होगा।

      पत्र को देखने से यह स्पष्ट होता है कि पंकज यादव उर्फ पंकज कुमार यादव ने ब्लैक मेल करने या दबाव डालने की नियत से या बदले की भावना से यह पत्राचार किया है। पंकज यादव उर्फ पंकज कुमार यादव ने लिफाफे पर मेरा नाम व पता किसी साजिश के तहत् दर्ज किया या करवाया है। झारखण्ड अगेंस्ट करप्शन (Jharkhand Against Corruption) एक निबंधित संस्था है, जिसका रजिस्ट्रेशन नम्बर 1755/264-2012 है। वर्तमान में मैं इस संस्था का अध्यक्ष हुँ तथा मैं इस संस्था का संस्थापक सदस्य हूँ। यह संस्था वंचित एवं असहाय लोगों के सशक्तिकरण एवं शासन एवं प्रशासन में पारदर्शिता एवं जवाबदेही लाने के लिए काम करती रही है।

      इस संस्था की समाज में बड़ी ख्याति प्राप्त है। पंकज यादव उर्फ पंकज कुमार यादव ने Cheating by Impersonation का भी अपराध किया है। इससे साफ स्पष्ट होता है कि पंकज यादव उर्फ पंकज कुमार यादव ने फर्जीवाड़ा किया है, क्योंकि केवल उन्हीं के पास संस्थान के पूर्व के लेटर पैड हैं, जो अब तक नहीं लौटाये हैं।

      मेरी जानकारी के अनुसार पंकज यादव ने अपने पूर्व के मोबाईल नम्बर 7488518639 को जानबुझ कर बदल लिया है और वर्तमान में उनकी मोबाईल नम्बर 9431960875 है। अतः अनुरोध है कि पंकज यादव, पिता राजकिशोर प्रसाद यादव, पता – गायत्री नगर, सुदना, पो० + थाना – सुदना, डालटनगंज, झारखण्ड एवं वर्तमान पता- राधेश्याम अपार्टमेन्ट, बी0 ब्लॉक, फ्लैट नम्बर 301. न्यू एरिया, मोरहाबादी, झारखण्ड के विरूद्ध धारा 419/468/469/471/511 भादवि प्राथमिकी दर्ज करने की कृपा की जाय एवं उन्हें कानूनन सम्मत दण्ड दिलवाया जाय एवं अन्य व्यक्ति, जो इन अपराधों में संलिप्त हैं उनके विरूद्ध भी कानून सम्मत कार्यवाही की जाय”।

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