” सीएम आवास के सामने हुए हंगामे पर पटना पुलिस ने माना चूक। पुलिस बल की तैनाती के बावज़ूद पुलिस थी नदारद। वीवीआईपी इलाका है, धारा 144 लागू है फिर भी हंगामा हुआ। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस और उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।”
खबर है कि सीएम नीतीश कुमार के सरकारी आवास 1 अन्ने मार्ग के बाहर से शरद यादव का काफिला गुज़रने वाला था। इसके पहले शरद और लालू समर्थक करीब 12 बजे प्रतिबंधित क्षेत्र में आसानी से पहुंचे। मोटरसाइकिल पर 50 से ज़्यादा समर्थक नारेबाजी और गाली-गलौज करने लगे।
कुछ मोटरसाइकिल वाले सीएम आवास के बिल्कुल करीब मुख्य गेट तक वे पहुंच गए। उस समय गेट के आस पास पुलिस नदारद थी। वहीं, मेन गेट के पास मौजूद नीतिश के समर्थक अपने नेता के खिलाफ हो रहे अपशब्दों को सुनकर भड़क गए और फिर दोनों तरफ से मारपीट शुरू हो गयी। करीब 15 मिनट तक यह सब होता रहा। उसके बाद पुलिस पहुंची। तब जाकर मामला शांत हुआ।
सवाल उठता है कि इस प्रतिबंधित क्षेत्र में लोग कैसे घुस गए। पटना पुलिस ने लोगों को पहले क्यूँ नहीं रोका।