रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस और उनकी पत्नी शीला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में भारत बंद के पहले दिन माओवादियों ने लातेहार और चक्रधरपुर में आइइडी विस्फोट कर रेल पटरी क्षतिग्रस्त कर दी।
चक्रधरपुर रेल खंड पर विस्फोट के बाद नक्सल प्रभावित इलाके में मुंबई मेल फंस गयी। जिस स्थान पर विस्फोट हुआ, वहां से महज चार किमी की दूरी पर मुंबई मेल थी।
लातेहार में डेमू-रिचुघुटा रेलवे स्टेशन के बीच पोल संख्या 206/26-27 के पास दोनों लाइनों पर शुक्रवार की रात 12:50 बजे विस्फोट किया गया। बरकाकाना-बरवाडीह रेलखंड पर कई ट्रेनों और मालगाड़ियों का परिचालन प्रभावित रहा। दस घंटे बाद आवागमन सामान्य हुआ।
लातेहार में हुई घटना के बाद इस मार्ग से गुजरने वाली टाटा-जम्मूतवी और सासाराम-इंटरसिटी एक्सप्रेस का मार्ग बदल दिया गया। बरवाडीह गोमो पैसेंजर ट्रेन व बरकाकाना-डेहरी पैसेंजर को रद्द कर दिया गया। वारदात के बाद घटनास्थल पर लाइट इंजन जा रही थी, जो बेपटरी हो गयी और 200 मीटर तक घसीटते चली गयी। हालांकि जान-माल की क्षति नहीं हुई।
चक्रधरपुर से करीब 18 किमी की दूरी पर स्थित लोटापहाड़-सोनुवा के बीच रात दो बजे विस्फोट कर पटरी को नुकसान पहुंचाया। चक्रधरपुर रेल खंड पर माओवादियों का बैनर मिलने के बाद मुंबई मेल पहले ही रोक दी गयी।
इस कारण विस्फोट से मुंबई मेल बाल-बाल बच गयी। एहतियात के तौर पर मुंबई मेल को सोनुवा वापस लाया गया। यह ट्रेन रात दो से सुबह सात बजे तक पांच घंटे नक्सल प्रभावित इलाके में फंसी रही।
सुबह 7:15 बजे मुंबई मेल ट्रेन को सोनुवा से हावड़ा रवाना किया गया। सात घंटे तक हावड़ा-मुंबई रेलखंड पर यातायात ठप रही। रात दो से सुबह सात बजे तक थर्ड रेल लाइन, रात दो बजे से 9:15 बजे तक अप लाइन बाधित रही।
नक्सलियों द्वारा लातेहार में पटरियों को ब्लास्ट कर उड़ाये जाने के कारण रांची-टोरी मेमू ट्रेन का रांची-लोहरदगा तक ही परिचालन किया गया। लोहरदगा से टोरी तक ट्रेन रद्द रही। वहीं ट्रेन संख्या 18636 सासाराम-रांची ट्रेन परिवर्तित मार्ग सोनगर, गया, कोडरमा, गोमो, राजाबेरा, मुरी होते हुए रांची आयी। ट्रेन 4:40 घंटा विलंब से दोपहर 2:50 बजे रांची पहुंची। जम्मूतवी-संबलपुर स्पेशल ट्रेन परिवर्तित मार्ग गढ़वा रोड, सोननगर, गया, गोमो, राजाबेरा, मुरी होकर रांची पहुंची। ट्रेन रात 8:00 बजे रांची पहुंची।
नक्सली बंदी के एलान का असर बस परिचालन पर भी दिखा। रांची के खादगढ़ा और आइटीआइ बस स्टैंड से नक्सल प्रभावित जिलों लोहरदगा, खूंटी, सिमडेगा, पलामू, लातेहार, गढ़वा आदि को जाने वाली बसें नहीं चलीं। जमशेदपुर के लिए भी आम दिनों की तुलना में काफी कम बसों का परिचालन हुआ।