“हम लोग बार बार कह रहे हैं कि शराबबंदी कानून की समीक्षा होनी चाहिये। गडबड़ी है इस कानून में। उसके कारण ही शराब की बिक्री हो रही है। शराब के नाम पर जिन लोगों को पकड़ा जा रहा है वो कौन लोग हैं। जो माफिया हैं, जो बेचने वाले हैं, जिनकी सांठगांठ से शराब की बिक्री हो रही है वैसे लोग पकड़े नहीं जा रहे हैं। सरकार हाथ पर हाथ रख कर केवल गरीब, कमजोर औऱ मजबूर लोगों पर कार्रवाई करती है….
पटना (इंडिया न्यूज रिपोर्टर)। पिछले दो महीने से नीतीश कुमार पूरे बिहार से शराब का नामोनिशान मिटा देने का दावा कर रहे थे, आज उनके गृह जिले में जहरीली शराब से 6 लोगों की मौत हो गयी है। इसके बाद सरकार में शामिल सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ने सीधे नीतीश कुमार पर हमला बोल दिया है।
खबरों के मुताबिक भाजपा ने कहा है कि नीतीश कुमार की शराबबंदी का डंडा सिर्फ कमजोर, गरीब औऱ पिछड़े लोगों पर चल रहा है, माफिया तो खुले घूम रहे हैं। भाजपा ने कहा है कि शराबबंदी कानून की समीक्षा करने के लिए तत्काल बैठक बुलायी जानी चाहिये।
नालंदा में जहरीली शराब से 9 लोगों की मौत होने के बाद भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल का बयान आया है। भाजपा प्रवक्ता ने सीधे नीतीश कुमार पर हमला बोला है।
प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि उन्हें नालंदा में जहरीली शराब से 4 लोगों की मौत होने की जानकारी मिली है। ये दुखद है। बिहार में जहरीली शराब की लगातार बिक्री हो रही है। बिहार में शराबबंदी है, इतना अभियान चलाया जा रहा है औऱ इसके बावजूद लगातार शराब की बिक्री हो रही है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि हम लोग बार बार कह रहे हैं कि शराबबंदी कानून की समीक्षा होनी चाहिये। गडबड़ी है इस कानून में। उसके कारण ही शराब की बिक्री हो रही है। शराब के नाम पर जिन लोगों को पकड़ा जा रहा है वो कौन लोग हैं। जो माफिया हैं, जो बेचने वाले हैं, जिनकी सांठगांठ से शराब की बिक्री हो रही है वैसे लोग पकड़े नहीं जा रहे हैं। सरकार हाथ पर हाथ रख कर केवल गरीब, कमजोर औऱ मजबूर लोगों पर कार्रवाई करती है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा है कि शराबबंदी अगर किया गया है तो वह जमीन पर उतरना चाहिये। वह सिर्फ कागजों तक सीमित नहीं रहना चाहिये। सिर्फ इसे सियासी मुद्दा नहीं बनाना चाहिये। शराबबंदी कानून की तत्काल समीक्षा होनी चाहिये। ये पहचान करना चाहिये कि कौन लोग हैं जो शराब बिकवा रहे हैं, अगर ऐसे लोग सरकार में भी बैठे हैं तो उनके खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई होनी चाहिये। अभी तो शराबबंदी पूरी तरह से हास्यास्पद बन गयी है।