खेल-कूददेशबिग ब्रेकिंगबिहार

29 अगस्त को होगा बिहार का पहला राजकीय खेल एकेडमी का उद्घाटन, जानें खासियत

नालंदा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर में खेल अकादमी परिसर में खिलाड़ियों के लिए बन रहे विभिन्न खेल टूर्नामेंट की आयोजन को लेकर सभी फील्ड के मैदान बनकर तैयार हो गया है। साथ ही खिलाड़ियों एवं कर्मचारियों के रहने के लिए क्वार्टर की व्यवस्था की गई है।

इस खेल अकादमी का उद्घाटन अगले महीने ही 29 अगस्त को होने जा रहा है। खेल अकादमी के उद्घाटन को लेकर लोगों में काफी खुशी का माहौल बना हुआ है। इस खेल अकादमी परिसर में आउटडोर एवं इंडोर बनाया गया है।

आउट डोर में खेले जाने वाले खेलों में क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल,  एथलेटिक्स दौड़, हैंडबॉल का दो कोट, वॉलीबॉल का दो कोट, बास्केटबॉल एक, स्विमिंग पूल एक, कबड्डी कोट एक, एक साइकिल वेलो ड्रोम एवं एक बड़ा कैम्पस बनाया गया है। जबकि इंन्डोर डाल में होल्डिंग में शूटिंग, टेबल टेनिस, सपाक टेकुरा खेल के लिए स्थान दिया गया है।

इसके अलावे परिसर में अकादमी बिल्डिंग मे चार लेक्चरर कॉन्फ्रेंस डॉल, 240 कैपेसिटी का ऑडिटोरियम, कोचेस गेस्ट हाउस, बनाया गया है। इसके अलावे खेल परिसर में मेडिकल फैसिलिटी, नर्सिंग होम, फिजीयोथिरेपी, लाइब्रेरी, स्पोट्र्स रिलेटेड म्यूजियम बनाया गया है।

इसके अलावे एक बड़ा-सा हॉस्टल एरिया बनाया जिनमें 100 कैपेसिटी का ट्रांजिट खिलाड़ियोंकी रहने के लिए अलग-अलग हॉस्टल बनाया गया है जिनमें लड़कों के लिए 298 कमरे एवं लड़कियों के लिए 156 कमरे तैयार किया गया है। इसके अलावे खेल अकादमी में 324 लोगों एक साथ डाइनिंग हॉल में बैठ सकते हैं। इसके अलावे दो लिफ्ट अकादमी बिल्डिंग, क्वाटर बॉडी बनाया गया है।

वहीं इस खेल अकादमी परिसर में डिप्टी डायरेक्टर स्तर के पदाधिकारी को रहने के लिए एक बिल्डिंग तैयार किया गया है। इस खेल अकादमी में विभिन्न खेल के आयोजन को लेकर सभी संसाधनों से परिपूर्ण किया गया है ताकि इस अकादमी में होने विभिन्न खेल आयोजनों में खिलाड़ियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
भयानक हादसा का शिकार हुआ तेजस्वी यादव का जन विश्वास यात्रा काफिला These 5 science museums must be shown to children once The beautiful historical Golghar of Patna Naxalite bunker and camp demolished in forested hilly area of Jharkhand Mayank Yadav is not a storm but a dangerous sunami