एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क डेस्क। बिहार पुलिस महकमा में एक अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया है। राजगीर पुलिस एकेडमी की फाइनल परीक्षा में जीरो (शून्य) अंक लाने वाले भी दारोगा पद पर बतौर परीविक्षा काल तैनात कर दिए गए हैं।
खबरों के मुताबिक बिहार पुलिस एकेडमी राजगीर से हाल ही में 1581 अवर निरीक्षक पासआउट हुए हैं। उन्हें प्रोबेशन पीरियड (परीविक्षा काल) के तौर पर जिलों में तैनात किया गया है।
लेकिन, चौंकाने वाला तथ्य यह कि इनमें से करीब एक चौथाई दारोगा ऐसे हैं, जिन्होंने दारोगा की अंतिम परीक्षा पास नहीं की है। उनमें से तीन ऐसे भी दारोगा हैं, जो सभी 14 आंतरिक विषयों (सैद्धांतिक) में शून्य अंक पाये हैं।
उन्हें 1581 पासआउट हुए दारोगा में से फेल 387 को सर्टिफिकेट नहीं दिया गया है। उन्हें दो पूरक परीक्षाओं के माध्यम से पास होने का मौका दिया जाएगा।
इसमें पास होकर पूर्ण रूप से सेवा दे सकेंगे। अगर दोनों परीक्षाओं पर वे पुन: फेल हो जाते हैं तो उन्हें नौकरी से हटा दिया जाएगा।
खबरों के मुताबिक 100 अंक के निदेशक मूल्यांकन विषय में भी 27 दारोगा फेल हो गये हैं। जबकि 10 की निदेशक ने शून्य मार्किंग की है। इस मूल्यांकन में निदेशक ने अधिकतम 72 तो कम से कम 50 अंक दिये हैं।
पासआउट होने के पहले इन दारोगा को कुल 23 सौ अंक की परीक्षा देनी पड़ी थी। 15 सौ के आंतरिक विषय तो 700 बाह्य विषयों (प्रैक्टिकल) के अलावा 100 अंक के निदेशक मूल्यांकन की परीक्षा दी थी। पास होने के लिए कम से कम 50 फीसद अंक लाने थे।
बिहार पुलिस एकेडमी से 2018 बैच के पासआउट कुल 1581 में से 1576 दारोगा को जिलों का आवंटित कर दिया गया था। एक सितंबर से ही आवंटित जिलों में वे योगदान दे रहे हैं।
उनमें मुजफ्फरपुर के 91, सारण के 79, पटना के 71, भागलपुर के 70, सीवान के 61, वैशाली के 55, समस्तीपुर के 53, दरभंगा के 48, रोहतास के 49, बेतिया के 46, मोतिहारी के 44, बांका के 43, सहरसा के 43, गोपालगंज के 41, आरा के 41, कैमूर के 40, अररिया के 40, सुपौल के 40, मधुबनी के 40, खगड़िया के 37, पूर्णिया के 37, गया के 37, किशनगंज के 36, बक्सर के 36, बेगूसराय के 35, कटिहार के 35, जमुई के 34, नालंदा के 32, मधेपुरा के 27, सीतामढ़ी के 27, मुंगेर के 27, नवगछिया के 25, बगहा के 24, अरवल के 24, नवादा के 22, औरंगाबाद के 19, लखीसराय के 17, शिवहर के 15, शेखपुरा के 13, जहानाबाद के 11 दारोगा शामिल हैं।
इन सभी दारोगा को 26 अगस्त को सीएम नीतीश कुमार के समक्ष इनकी पासआउट परेड हुई थी। कई महिला दारोगा के प्रेग्नेंट अथवा बीमार होने के कारण जिलों का आवंटन नहीं किया जा सका था।
खबरों के मुताबिक इस संबंध में बिहार पुलिस एकेडमी राजगीर के निदेशक भृगू श्रीनिवासन का कहना है कि जो दारोगा फाइनल परीक्षा के एक या अधिक विषयों में फेल हुए हैं, उनके लिए पूरक परीक्षा का आयोजन अगले माह किया जाएगा। उन्हें दो पूरक परीक्षाओं में बैठकर पास होने का मौका दिया जाता है। बावजूद अगर परीक्षा पास करने में असफल रहते हैं तो उन्हें सेवा से बाहर कर दिया जाएगा।