देहरादून (इंडिया न्यूज रिपोर्टर)। उत्तराखंड के उत्तराकाशी में रविवार की देर शाम मध्यप्रदेश के करीब 30 तीर्थयात्रियों से भरी बस खाई में गिर गई।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने न्यूज एजेंसी से कहा- हादसे में 26 लोगों की मौत हुई है। सभी यात्री चारधाम यात्रा पर जा रहे थे। NDRF टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। उ
बस का नंबर UK- 04 1541 है। यह रविवार को हरिद्वार से चली थी। थानाध्यक्ष पुरोला अशोक कुमार ने कहा- गहरी खाई और अंधेरे की वजह से शवों को सड़क तक पहुंचाने में दिक्कत हुई।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा- सभी यात्री मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के हैं। हादसे के बाद एम्बुलेंस के साथ मेडिकल की टीम भी मौके पर मौजूद है। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज किया जा रहा है।
बस में ड्राइवर और कंडक्टर के अलावा 14 पुरुष और 14 महिलाएं सवार थे। हादसे में मरने वालों में राजकुमार (38) राजकुंवर (58, महिला) मेनका प्रसाद (56) सरोज (54, महिला) बद्रीप्रसाद (63) करन सिंह (62) उदय सिंह (63) हक्की राजा (60) चंद्रकली (61, महिला) मोतीलाल (62) बलदेव (77, महिला) कुसुम बाई (77, महिला) अनिल कुमारी (50, महिला) कारसन बिहारी (69) प्रभा (63, महिला) शकुंतला (60, महिला) पार्वती (62, महिला) शीला बाई (61, महिला) विश्वकांत (39) चंद्रकला (57, महिला) कंछेदीलाल (62) राजाभाई (59) धनीराम (72) कामबाई (57, महिला) वृंदावन (61) कमला (59, महिला) रामसखी (63) गीताबाई (55, महिला) शामिल हैं।
वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा- उत्तराखंड में चारधाम की तीर्थयात्रा पर यमुनोत्री धाम जा रही बस के खाई में गिरने से मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के तीर्थयात्रियों की मृत्यु बेहद दुखद, पीड़ाजनक है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिजनों को गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
एक अन्य ट्वीट में शिवराज ने कहा- और मेरी टीम उत्तराखंड सरकार एवं स्थानीय जिला प्रशासन के सतत संपर्क में है। घायलों के इलाज और मृतकों के शव को मध्यप्रदेश लाने की व्यवस्था की जा रही है। दुःख की इस घड़ी में परिवार स्वयं को अकेला ना समझे, हम सब शोकाकुल परिवारों के साथ हैं।
- पैगंबर मोहम्मद विवादास्पद बयान पर क़तर ने भारतीय राजदूत को कहा- माफी मांगे भारत
- पैगंबर मुहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने वाली नूपुर शर्मा सस्पेंड, नवीन जिंदल को पार्टी से निकाला
- अगर कुछ निःशुल्क करना है तो स्वास्थ्य सेवाएं करिए,आखिर चिकित्सक क्यों नहीं देना चाहते सरकारी सेवा !
- सेक्स वर्करों को लेकर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, कहा- वेश्यावृत्ति भी एक प्रोफेशन, तंग न करे पुलिस
- आलेख : क्या उदयपुर अधिवेशन कांग्रेस में जान फूंक पाएगा !