नालंदा (न्यूज ब्यूरो)। नालंदा के सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने राजगीर मलमास मेले की सैरात भूमि पर कबिज अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बाबत स्पष्ट तौर पर कहा है कि प्रशासन को इस दिशा में फौरिक कार्रवाई करनी चाहिये।
उन्होंने प्रधान संपादक से मोबाइल पर सबालों का जबाब देते हुये कहा कि राजगीर मलमास मेला की सैरात भूमि एक ऐतिहासिक धरोहर है और इसके साथ किसी प्रकार का कोई छेड़छाड़ वर्दास्त नहीं किया जा सकता। अतिक्रमणकारी कोई भी हो, प्रशासन को उसके विरुद्ध हरसंभव कार्रवाई करनी चाहिये और यह सुनिश्चित होना चाहिये कि भविष्य में इस तरह का कोई दुःसाहस न कर सके।
हालांकि, जब उनसे राजगीर मलमास मेले की सैरात भूमि पर अतिक्रमण और अवैध कब्जे के सबाल को शुरुआती दौर में समझ नहीं पाये और कह डाले कि सरकारी भूमि का अतिक्रमण तो हर जगह हो रहा है, समूचे प्रदेश में हो रहा है, सरकार कहां-कहां खाली करायेगी। राजगीर में भी ऐसा ही है। कुछ गरीव लोग सरकारी भूमि बस गये हैं।
उन्होंने यह भी कह डाला कि जिसे अवैध कब्जा कहा जा रहा है या अतिक्रमणकारी, हो सकता है कि पहले के किसी सक्षम पदाधिकारी ने आवंटित कर दिया हो। ऐसे में वर्तमान सीओ वगैरह क्या कर सकता है।
लेकिन जब उन्हें जमीन की प्रकृति और भूमाफियाओं के कब्जे कर आलिशान होटल-भवन बना लिये जाने और सक्षम प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई किये जाने के बजाय उल्टे बढ़ावा देने की बात बताई गई तो सांसद महोदय का स्पष्ट कहना था कि अगर ऐसा है तो प्रशासन को हर दबाव से उपर उठ कर ठोस कार्रवाई करनी चाहिये। क्योंकि, नीतिश जी की सुशासन में न कोई बड़ा है और न कोई छोटा। कानून सबके लिये समान है।
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