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    Thursday, November 21, 2024
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      अब तक बीपीएससी द्वारा नियुक्त 32 हजार शिक्षक स्कूलों से लापता

      पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा अध्यापक नियुक्ति परीक्षा में सफल एक लाख 20 हजार 336 में से 88 हजार शिक्षकों ने ही स्कूलों में योगदान किया है। वहीं अब तक उपलब्ध आकड़ों के अनुसार करीब 32 हजार सफल अभ्यर्थी के बारे में विभाग को कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने अपना नियुक्ति पत्र नहीं लिया है। लिया भी है तो योगदान नहीं किया है।

      सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय ने योगदान करने वाले शिक्षकों की रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजी है। ये सभी शिक्षक स्कूलों में बच्चों को पढ़ा रहे हैं। सभी शिक्षकों के नाम और योगदान की तिथि के साथ आनलाइन विस्तृत रिपोर्ट मुख्यालय को उपलब्ध करा दी गई है।

      विभाग ने जिलों को निर्देश दिया था कि योगदान कर चुके शिक्षकों की रिपोर्ट 26 नवंबर तक उपलब्ध करा दें। परीक्षा में सफल नियोजित शिक्षकों को 30 नवंबर तक योगदान का समय दिया गया है।

      विभाग के अनुसार बीपीएससी ने एक लाख 70 हजार 799 सीटों के लिए एक लाख 20 हजार 336 सीटों के लिए अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया था। इसमें एक लाख 10 हजार ने ही औपबंधिक पत्र प्राप्त किया है।

      इधर पटना जिले में बीपीएससी से नवनियुक्त शिक्षकों की ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में योगदान की प्रक्रिया अभी जारी है। ऐसे शिक्षक जिन्होंने अब तक योगदान नहीं किया है और बिहार के बाहर से नियुक्त किये गये हैं, ऐसे शिक्षकों के लिए पटना जिला शिक्षा कार्यालय ने 30 नवंबर तक योगदान करने का समय दिया है।

      पटना जिले में 4,800 शिक्षकों की काउंसलिंग की गई थी। जिसमें से 4, 400 शिक्षकों को पदस्थापन पत्र दिया गया है। जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार अब तक तीन हजार नवनियुक्त शिक्षकों ने स्कूलों में योगदान कर लिया है। चार सीटों पर प्रतीक्षा सूची में शामिल को सफल घोषित कर सकता है।

      नियुक्ति परीक्षा का प्रवेश पत्र एक के बाद होगा जारी पटना बिहार लोक सेवा आयोग द्वितीय अध्यापक नियुक्ति परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों का प्रवेश पत्र एक दिसंबर के बाद कभी भी जारी कर सकता है। कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए सभी केंद्रों पर जैमर, सीसीटीवी वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गई है। अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र और आयोग की वेबसाइट पर दर्ज निर्देश को पालन करना होगा। महिला अभ्यर्थी का केंद्र संबंधित प्रमंडल में ही दिया जाएगा।

      इसी बीच भारी संख्या में ऐसे शिक्षक सामने आए हैं, जो विभिन्न स्कूलों में पहले से ही नियोजित शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। पटना कालेजिएट स्कूल में कुल सात नियोजित शिक्षक कार्यरत थे, जिनमें से पांच शिक्षकों ने विरमित होने के लिए आवेदन दिया है। ये पांच शिक्षक नयी जगहों पर योगदान देंगे। गर्दनीबाग राजकीय बालिका उच्च विद्यालय में चार शिक्षक नियोजित थे, जिनमें दो को विरमित होने का पत्र दिया गया है। दो अतिथि शिक्षक कार्यरत थे, उन सभी का बीपीएससी द्वारा चयन हो चुका है।

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