पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज़ नेटवर्क)। बिहार में बढ़ते घटते तापमान और आंधी तूफान के बीच सियासी तूफान की भी सुगबुगाहट दिख रही है।
पहले राज्यसभा चुनाव के लिए जदयू में उम्मीदवार के नाम को लेकर खींचतान चल रही है तो अब जातीय जनगणना को लेकर सर्वदलीय बैठक की तिथि निर्धारित होने के बाद एनडीए में घमासान दिख रहा है।
राजनीतिक उथल पुथल की सरगर्मी के बीच सीएम नीतीश कुमार ने अपने पते खोलने शुरू कर दिए हैं। सोमवार दोपहर सीएम नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के तमाम विधायकों को पटना आने का आह्वान किया है।
उन्होंने विधायकों से कहा है कि अगर वे अपने क्षेत्र में हैं तो फ़िलहाल पटना में ही कैंप करें। उनके फ़रमान के बाद पटना में जदयू विधायकों का आना शुरू हो गया है।
जदयू ने विधायकों को अगले 72 घंटे तक पटना से बाहर नहीं जाने का निर्देश दिया गया है। चर्चा ये भी है कि तेजस्वी यादव के पटना लौटने का इंतज़ार किया जा रहा है।
बता दें कि इफ़्तार पार्टी से बहाने नीतीश कुमार दो दफे तेजस्वी से मिल चुके हैं। वहीं,जातीय जनगणना के बहाने तेजस्वी नीतीश कुमार के घर जाकर उनसे साथ बंद कमरे में गुफ़्तगू कर चुके हैं।
ऐसे में सवाल येशह है कि क्या नीतीश कुमार वाक़ई कोई निर्णायक फ़ैसला लेने जा रहे हैं। देखा जाए तो मई महीने के इस आखिरी हफ्ते में बिहार की राजनीतिक करवट बदलने की आसार दिख रहा है।