पटना(एक्सपर्ट मीडिया न्यूज ब्यूरो )। आगामी 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए बिहार में सीट बंटबारे का मामला का पटाक्षेप हो गया है। लेकिन इस सीट बंटबारे पर सियासत भी शुरू हो गई है।
पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सीट बंटबारे को लेकर एनडीए पर तंज कसते हुए चुटकी ली है कि 22 वाले 17 पर आ गए और दो वाले 17 पर पहुँच गए।उनका इशारा बीजेपी और जदयू की ओर था।
पिछले लोकसभा चुनाव में दोनों की राह अलग थी। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 22 सीटें जीती थीं। वही जदयू को सिर्फ़ दो लोकसभा की सीट नसीब हुई थी।
पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने रविवार को एनडीए में सीट शेयरिंग फार्मूला तय होने की घोषणा के बाद ट्वीट कर लिखा है कि LJP और JDU को 2 साल बाद प्रधानमंत्री मोदी से नोटबंदी पर सवाल पूछने का फ़ायदा मिला।
जनादेश चोरी के बाद भी भाजपा बिहार में इतनी मज़बूत हुई कि 22 वर्तमान सांसद होने के बावजूद 17 सीट पर चुनाव लड़ेगी और 2 एमपी वाले नीतीश जी भी 17 सीट पर लड़ेंगे। अब समझ जाइये NDA के कितने पतले हालत आ गया है।
इससे पहले जदयू और भाजपा में बड़े भाई और छोटे भाई बनने की जंग चल रही थी। जदयू नीतीश कुमार के चेहरे पर बड़े भाई के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान कर रही थी। वही भाजपा पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ना चाह रही थी।
लेकिन एनडीए में सीट फार्मूले के बाद दोनों को बराबर सीट मिल गई। अब सवाल ऐसे में कि बिहार एनडीए में बड़ा चेहरा कौन होगा?