एक्सपर्ट मीडिया न्यूज । सरकारी राशि का किस कदर लूट मची हुई है।इसका क्या हश्र होता है।इसकी बानगी नालंदा के चंडी प्रखंड में देखने को मिल रहा है। सीएम नीतीश कुमार के इंजीनियरों का भ्रष्टाचार का नंगा खेल चंडी प्रखंड में सामने आया है।जहाँ सवा करोड़ की लागत से बिछाई गई पत्थर बारिश की भेंट चढ़ गई।
बाढ़ से सड़क की सुरक्षा को लेकर बिछाई गई पत्थर खुद अपनी सुरक्षा नहीं कर सकी।बाढ़ आने से पहले ही वह सड़क को छोड़कर बारिश में मुहाने नदी में प्रवाहित होने के कगार पर आ गया है।
दो साल पहले चंडी प्रखंड में आए बाढ़ की विभीषिका के दौरान सड़क पूरी तरह बर्बाद हो गई थी। उसी की सुरक्षा को लेकर पिछले साल पथ प्रमंडल विभाग चंडी की ओर से बस स्टैंड के पास कई मीटर तक सड़क किनारे एक करोड़ बीस लाख की लागत से पत्थर बिछाया गया था।
इस पत्थर बिछाई के दौरान बस स्टैंड में स्थित कई चाय और पान दूकान का सफाया हो गया था ।कई दुकानदार सड़क पर आ गए थें ।उनकी रोजी रोटी खत्म हो गई ।
जिस समय पत्थर बिछाने का कार्य हो रहा था उसी दौरान कार्य में भ्रष्टाचार की बू आने लगी थी।तब विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने घटिया निर्माण कार्य को लेकर सर्वदलीय संघर्ष समिति का गठन कर इसकी शिकायत वरीय पदाधिकारियों तक करते हुए मोर्चा भी खोला था। लेकिन भ्रष्टाचार के इस हमाम में उनकी आवाज को किसी ने नहीं सुनी। जिसका नतीजा आज सामने है।
चंडी में पिछले बीस घंटे से रूक रूक कर हो रहीं बारिश की चपेट को एक करोड़ बीस लाख की पत्थर सह नही पाया और वह नदी में बहने के कगार पर आ गया है।आधे से ज्यादा पत्थर धीरे धीरे कर नदी में बहते जा रहा है। जबकि अभी मुहाने नदी में पानी का दर्शन भी नहीं हुआ है। अगर नदी उफान पर आ गई तो एक भी पत्थर का अवशेष बचने वाला नहीं है।
ऐसे में बारिश में ही पत्थर के नदी में बह जाने को लेकर घटिया निर्माण की आलोचना हो रही है।राजद नेता अर्जुन यादव पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष योगेन्द्र यादव लोजपा नेता शशि भूषण कुसमाकर ने कहा कि घटिया निर्माण की वजह से ही यह स्थिति हुई है।जबकि नदी में अभी पानी भी नहीं है।अगर नदी में उफान आया तो करोड़ों की राशि पानी में बह जाना तय है।जिसका नमूना इस बारिश में देखने को मिल रहा है।