एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। इन दिनों नालंदा जिले के चंडी-नगरनौसा क्षेत्र के स्कूलों में मिड डे मिल सप्लाई करने वाली एकता शक्ति फाउंडेशन की चोरी-मनमानी कहीं अधिक बढ़ती जा रही है।
सत्ता संपोषित इस संस्था के खिलाफ किसी भी शिकायत पर कहीं से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। ऐसे दर्जनों मामले सामने उजागर हुये हैं। लेकिन संस्था की मनमानी और प्रशासन की उदासीनता में कभी सुधार देखने को नहीं मिला है।
चंडी-नगरनौसा के ठीक बीच महमदपुर गांव में राष्ट्रीय उच्च मार्ग 31ए किनारे मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा चयनित एकता शक्ति फाउंडेशन का केन्द्रीयकृत रसोई घर स्थानीय विधायक हरिनारायण सिंह की भूमि पर निर्मित है।
शिक्षा-प्रशासन यह मानकर कभी कोई कार्रवाई नहीं करती कि यह उन्हीं के संरक्षण में फल-फुल रही है।
इस रसोई घर से आज स्कूलों में जिस तरह के खाद्य सामग्री बच्चों को खाने के लिये पहुंचाई गई, उसे कई स्कूल में शिक्षकों ने फेंक दिया।
इस उस सामग्री की फोटो को क्षेत्र के सरथा मिडिल स्कूल से किसी एक शिक्षक ने एक व्हाटस्एप्प ग्रुप में डाल दिया, जो देखते ही देखते वायरल हो गया और एकता शक्ति फाउंडेशन की पोल-पट्टी खुल गई।
यहां हम उस शिक्षक का नाम इसलिये गोपनीय रख रहे हैं, क्योंकि सत्ता संपोषित संस्था के लोग उसके पीछे पड़ जायेगें और प्रशासन मूकदर्शक बनने के आलावे उल्टी कार्रवाई में जुट जायेगी।
आप तस्वीर देखकर खुद समझ सकते हैं कि इस तरह के खाद्य सामग्री सप्लाई करना कितना बड़ा भ्रष्टाचार और बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलबाड़ है।
इस संबंध में एकता शक्ति फाउंडेशन के रसोई घर के प्रबंधक संतोष कुमार का साफ कहना है कि किसी भी स्कूल में कभी कोई घटिया खाद्य सामग्री मिड डे मिल में नहीं पहुंचाई जाती। राजनीति से प्रेरित लोग इस तरह के आरोप लगाते रहते हैं।