“बिहार में अराजक स्थिति बनी हुई है। जंगलराज से भी बदतर हालात में बिहार आ गया है। ऐसे में जनता नए विकल्प की तलाश में लगी हुई है। हम जनता के बीच जा रहे हैं। उनकी समस्या उठा रहे हैं। हमारी पार्टी सौ से ज्यादा सीटों पर महादलित समाज के लोगों को टिकट देंगी। साथ ही युवाओं को भी पार्टी में हिस्सेदारी मिलेगी।”
चंडी (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। नालंदा के चंडी में डाकबंगला स्थित किसान भवन में बिहार प्रदेश जनतांत्रिक लोकहित पार्टी (जलोपा) द्वारा आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा पूर्व विधायक सतीश कुमार ने केंद्र तथा राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए अपने कार्यकर्ताओं से लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाने का आह्वान किया।
कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जलोपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व विधायक सतीश कुमार ने कहा कि मानवता एवं विश्व बंधुत्व की संदेश वाहक धरती और पूर्व की अंतरराष्ट्रीय ज्ञान स्थली नालंदा में जन्म स्थली और कर्मस्थली मानने वाले सीएम के गृह जिला के चंडी में किसानों और नौजवानों की स्थिति को देखकर शर्म आती है।
पिछले 13 साल से नीतीश कुमार इस सूबे के मुखिया हैं। फिर भी किसानों की हालत खस्ता है। पर इसकी चिंता न नीतीश कुमार को है और न ही केंद्र सरकार को। दोनों किसानों और बेरोजगारों की समस्या को दरकिनार कर चुनाव मोड में आ गए हैं।
उन्हें अब चुनाव लड़ने और जीतने की चिंता है। सरकार ने जो वादे किए उसे चार साल में भी पूरा नहीं किया। अब सरकार अपने वादे पूरे करने के लिए जनता से फिर मुहलत मांगेगी।
जलोपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों के लिए समर्थन मूल्य की घोषणा की है वह बहुत कम है। वहीं राज्य सरकार भी किसानों की समस्या को लेकर उदासीन रही है।
पूर्व विधायक सतीश कुमार ने नीतीश कुमार द्वारा बिहार को विशेष राज्य की मांग को सिर्फ ढकोसला बताते हुए कहा कि यह मांग पूर्णतः चुनावी जुमेलीबाजी है। बिहार मे बारिश नहीं होने से किसान परेशान है। तटबंध टूट रहे है। यहाँ तक कि अब चूहे भी तटबंध में खोल कर रहे है। डीजल की मूल्य वृद्धि से किसान की कमर टूटी हुई है।
बिहार में जल प्रबंधन की हकीकत यह है कि किसानों को सिंचाई की सुविधा नहीं मिल रही है। तीन -तीन कृषि रोड मैप के बावजूद बजट राशि बढ़ी तो लेकिन सिर्फ़ छह प्रतिशत ही रहा है।
श्री कुमार ने बताया कि प्रदेश में कुल सिंचित भूमि 61:12%ही रहा ।इसमें भी बढ़ोतरी नहीं हो सकी। राज्य के लगभग सभी सरकारी नलकूप तकनीकी कारणों से कम सरकार की विफलता से ज्यादा खराब पड़ा हुआ है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में बिजली की स्थिति भी कोई खास अच्छी नहीं है। बरौनी तथा कांटी परियोजनाएँ बंद है। बिजली बिल में लगातार वृद्धि की जा रही है। जिससे किसान परेशान है। कार्यकर्ताओं से चुनावी हुकांर भरते हुए कहा कि हम नए बिहार का निर्माण करेंगे ।
इस कार्यकर्ता सम्मेलन में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरूण कुमार सिन्हा, कार्यकारी अध्यक्ष अरबेन्द्र कुमार उर्फ ललन सिंह, प्रदेश अभियान प्रभारी डॉ राकेश रंजन, प्रदेश मीडिया प्रभारी दीपक कुमार, प्रदेश युवा उपाध्यक्ष राजीव कुमार, पटना महानगर अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह, नालंदा जिला अध्यक्ष अनिल कुमार, नालंदा जिला युवा अध्यक्ष संजय कुमार लाल, युवा महासचिव संतोष कुमार, अमन पटेल, वरिष्ठ नेता अनुवर्ती रामाधीन के अलावा नरेंद्र प्रसाद, कारू पासवान, अर्जुन प्रसाद, शैलेन्द्र प्रसाद, कृष्णा प्रसाद, सुरेन्द्र प्रसाद, चंद्रिका यादव, सत्येन्द्र पांडेय, श्रवण कुमार निराला, अरविंद कुमार सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए।