नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद अंतिम दौर में पहुंच गई है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी अपने मंत्रिमंडल का विस्तार 2 सितंबर की शाम या 3 सितंबर के सुबह कर सकते हैं।
बताया जा रहा है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सरकार में होने वाले फेरबदल को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। शाह ने गुरूवार को सरकार से विदा होने वाले करीब 8 मंत्रियों को अलग-अलग समय पर बुलाकर उनसे मुलाकात की है।
तो एआईडीएमके कोटे से सरकार में शामिल होने वाले एम थंबीदुरई ने भी शाह से मुलाकात की है। एआईडीएमके की ओर से सरकार में शामिल होने वाले नेताओं में दूसरा नाम वी मैत्रेयन का है।
सूत्र बताते हैं कि मोदी सरकार के करीब आधा दर्जन मंत्रियों उमा भारती, कलराज मिश्र, राजीव प्रताप रूडी , निर्मला सितारमन और गिरिराज सिंह सरीखे मंत्रियों ने अपने इस्तीफे संगठन महामंत्री राम लाल को सौंप दिए हैं।
हालांकि राजीव प्रताप रूडी और महेंद्र पांडे के इस्तीफे का औपचारिक ऐलान कर दिया गया है। बाकी लोगों के इस्तीफे की प्रक्रिया को अभी पार्टी ने गोपनीय रखा है। इस्तीफा देने वाली एक मंत्री ने अमर उजाला को बताया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सरकार से बाहर होने वाले मंत्रियों को अलग-अलग मिलने के लिए बुलाया था।
शाह ने इस्तीफा देने वाले एक मंत्री से कहा कि आप मंत्री पद से इस्तीफा दे दिजिए। इसपर उक्त मंत्री ने कहा कि कब देना है। इसके बाद शाह ने बगल में बैठे संगठन महामंत्री राम लाल से पूछा कब इस्तीफा लेना है।
राम लाल ने कहा कि 1 घंटे के अंदर दे दिजिए। उक्त मंत्री ने तत्काल इस्तीफा लिखते हुए संगठन महामंत्री को सौंप दिया। शाह और राम लाल की ऐसी ही चर्चा करीब उन सभी मंत्रियों से हुई जिनसे इस्तीफा मांगा गया है।
पिछले दफे भी मोदी मंत्रिमंडल में हुए विस्तार से चंद घंटे पूर्व अमित शाह ने सरकार में शामिल होने और बाहर जाने वाले नेताओं को बुलाकर पीएम की मंशा से उन्हें अवगत कराया था।