15 घंटे बाद भी नहीं निकाले जा सके ललमटिया कोल माइंस में दबे मजूदर

    गोड्डा। करीब 12 घंटे गुजर जाने के बाद इसीएल की राजमहल कोल परियोजना  के ललमटिया के भोड़ाय खदान से कोई निकाला नहीं जा सका है। बाहर जुटे परिजन हताश हो रहे हैं। समय गुजरने के साथ खदान में दबे लोगों की बचने की संभावना कम होती जा रही है।

    खदान में दबे ड्राइवर धीरेंद्र सिंह के परिजन निरंजन सिंह कहते हैं कि ड्यूटी पर धीरेंद्र सिंह गए थे। रात से ही दबे हैं। पर अब तक उनकी कोई खबर तक नहीं आयी। कमोबेश यही स्थिति दूसरे परिजनों की भी है।

    गौरतलब है कि राजमहल परियोजना में करीब 300 फीट तक खदान धंस गई। इस दुर्घटना में एक जवान, तीन डोजर और 7 सुपरवाइजर सहित 60 से 70 लोगों के फंसे होने की संभावना है। इसके साथ ही करीब 25 वॉल्वो गाड़ी और 4 पीसी भी दबे हुए हैं।

    कहा जा रहा है कि करीब दो सौ मीटर तक मिट्टी का ढेर हो गया है जिसे हटाए बिना दबे लोगों तक पहुंचना मुश्किल है। खदान तक जाने का रास्ता बंद हो चुका है। रात में एक दूसरा रास्ता बनाया गया है। पर जब तक मिट्टी का ढेर नहीं हटेगा ,वहां तक जाना मुश्किल है। कोहरे व ठंड से रेस्क्यू में परेशानी हो रही है। एडीआरएफ की टीम पहुंची तो है, पर मुकम्मल नहीं। कुछ ही लोगों की टीम है। हालांकि मौके पर सीआरपीएफ, जिला प्रशासन और स्थानीय लोग भी मदद के लिए मौजूद हैं, पर परिजनों का कहना है कि रेस्क्यू में जो तेजी दिखनी चाहिए नहीं दिख रही। सीएम रघुवर दास ने दिया सीएस राजबाला वर्मा  गोड्डा हादसे केबचाव कार्य में तेजी लाने का आदेश दिया है।

     झारखंड विकास मोर्चा के महासचिव प्रदीप यादव ने पूरी घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि किसी परिस्थिति में सालों से बंद खादान को चालू किया गया और किसके आदेश पर खुदाई शुरू हुई, जांच होनी चाहिए। जो भी अधिकारी दोषी हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। मृतक को सरकार बीस लाख का मुआवजा दे। साथ ही प्रदीप यादव ने कहा कि शनिवार को जेवीएम का प्रतिनिधिमंडल घटनास्थल का जायजा लेगा और चार जनवरी को पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी घटनास्थल का जायजा लेंगे।

    गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने घटना  को लेकर कोल प्रबंधक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि अवैध कोयला तस्कर और प्रबंधक की सांठ गांठ की वजह से यह घटना हुई है।

     

    error: Content is protected !!
    Exit mobile version