“किसी भी स्थिति में बालू का अवैध उत्खनन नहीं होगा। न तो नदी से बालू निकलेगा और न ही जमीन से खुदाई कर ही बालू निकाली जाएगी।”
हिलसा (चन्द्रकांत)। शराबबंदी को धरातल पर उतारने में सिंडिकेट से नूराकुश्ती कर रही पुलिस प्रशासन अब बालू माफियाओं से दो-दो हाथ करने को तैयार हो रहे हैं। पहले अपने घर को दुरुस्त करने के बाद पुलिस-प्रशासन बालू माफियाओं पर शिकंजा कसेगा।
इस कवायद की शुरुआत हिलसा में एसडीओ सृष्टि राज सिन्हा और डीएसपी प्रवेन्द्र भारती की संयुक्त नेतृत्व में हुई बैठक के साथ तेज कर दी गई।
पदाधिकारी द्वय ने अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि किसी भी स्थिति में बालू का अवैध उत्खनन नहीं होगा। न तो नदी से बालू निकलेगा और न ही जमीन से खुदाई कर ही बालू निकाली जाएगी।
किसी भी थाना क्षेत्र में नदी या फिर खेत से बालू निकाले जाने का मामला प्रकाश में आने पर गहराई से जांच होगी। जांच में आरोपों की संपुष्टि होने पर सीधे तौर उस क्षेत्र के सीओ और एसएचओ जिम्मेवार होगे।
इसके पदाधिकारी द्वय ने सभी सीओ और एसएचओ को संयुक्त रुप से क्षेत्र भ्रमण कर बालू के अवैध उत्खनन पर पूर्णत: रोक लगाने के लिए दो दिनों का वक्त दिया। तय वक्त के बाद सीओ और एसएचओ को अपने-अपने इलाके में ‘नो माइनिंग’ का सार्टिफिकेट देने को कहा गया।
साथ ही यह भी कहा कि जांच के दौरान ऐसा प्रतीत हो कि बालू अवैध उत्खनन का है तो वैसे कारोबारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करें जो इसमें सीधे तौर पर संलिप्त हैं।
बैठक में डीसीएलआर अनिल कुमार सिंह, नगर कार्यपालक पदाधिकारी दीनानाथ, इंसपेक्टर रत्न किशोर झा एवं सीओ सुबोध कुमार के अलावा एकंगरसराय, करायपरशुराय तेल्हड़ा, इस्लामपुर एवं चिकसौरा के थानाध्यक्ष एवं सीओ भी मौजूद थे।