हिलसा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। सड़क जाम को हटाने गई पुलिस के साथ न केवल हाथापाई बल्कि पथराव भी हुआ। यह घटना सोमवार की दोपहर शहर के महादेवस्थान के निकट हुई। सड़क जाम करने वाले लोग शुभम को जलाकर मारने के मामले में बनाए गए अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास कर रही थी तभी एक युवक आकर उलझ गया और हथापाई करने लगा। मामले को उलझने की खबर सुनकर भारी संख्या में पुलिस बल वहां पहुंच गई। पुलिस बलों को जुटते देख लोग रोड़ेबाजी करने लगे।
इस दौरान कई पुलिस वालों को चोटें भी लगी। रोड़ेबाजी के बीच पुलिस दो महिला समेत चार लोगों को हिरासत में लिया।
हिरासत में लिए गए लोगों में कौशल्या देवी, खुशबू कुमारी, कुमार गौरव उर्फ जितेश कुमार एवं अक्षय भारती शामिल हैं।
तभी शुभम नाम का एक लड़का आया और खुद को मारपीट कर घर में बंद कर आग लगा देने का आरोप इस्लामपुर थाना के ढेकवाहा गांव निवासी महेश गुरुजी के रिश्तेदार मनीष पटेल पर लगाने लगा।
शुभम के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने जला कर मारने की हत्या करने के प्रयास संबंधी एफआईआर दर्ज कर जांच शुरु की।
जमीन का चल रहा है विवाद, अनुज है वांटेडः शुभम के पिता अनुज और महेश गुरुजी दोंनो इस्लामपुर थाना के ढेकवाहा गांव के रहने वाले है। इन दोंनो के बीच जमीन का विवाद चल रहा है। इस संबंध में महेश गुरुजी द्वारा इस्लामपुर थाने में अनुज तथा उसकी मां के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई।
पर्यवेक्षण में वरीय पदाधिकारी ने महेश गुरुजी के आरोपों को सही पाते हुए अनुज और उसकी मां को गिरफ्तार करने आदेश दे चुके हैं।
इस मामले में अनुज अभी तक जमानत नहीं कराया और गिरफ्तारी के भय से हिलसा के बुढवा महादेवस्थान के निकट एक रिश्तेदार के घर में छुपकर रह रहा है।
जांच में यह बात सामने आयी कि बदले की भावना से साजिश के तहत शुभम को जलाकर मारने के प्रयास संबंधी केश बनाया गया और उसमें महेश गुरुजी के रिश्तेदार मनीष पटेल को न केवल नामजद किया गया बल्कि गिरफ्तारी के लिए पुलिस पर दबाब बनाने के लिए सड़क जाम किया गया।
पुलिस के समक्ष पड़ोसी ने कबूला सचः पूछताछ में शुभम के पड़ोसी ने कबूला कि न तो किसी को घर शुभम के घर में घुसते देखा और न ही आग लगाते।
पड़ोसी ने पुलिस को बताया कि घर के पास थे तभी शुभम दौड़ते हुए आया और दो लोगों के अचाानक घर में घुसकर मारपीट करने और आग गैस सिंलिंडर जलाकर आग लगा देने की बात कही।
घर में घुसने पर गैस सिलिंडर बंद दिखा सिर्फ घर में बिछे फोल्डिंग पर रखा चादर जलता हुआ दिखा।
कहते हैं पुलिस पदाधिकारीः केश की एक जांच प्रक्रिया होती है। वरीय पदाधिकारी मामले की जांच बाद दिशा-निर्देश देते हैं। दबाब में आकर केश में कोई निर्णय नहीं लिया जा सकता है। दबाब बनाने के लिए जो रास्ता अख्तियार किया गया वो गलत था। ऐसे लोगों के खिलाफ विधि-सम्मत कार्रवाई होगी। ……रत्न किशोर झा, थानाध्यक्ष, हिलसा।