“सरकारी तथा गैर-सरकारी कार्यालयों में भी बंद का असर दिखा लेकिन उतनी नहीं जितनी लोगों को उम्मीद थी। यूं कहा जाए कि सोशल मीडिया पर आहूत भारत बंद बगैर किसी प्रतिनिधि के शांतिपूर्ण रहा।”
हिलसा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। आरक्षण के विरोध में शोसल मीडिया पर मंगलवार को आहूत भारत बंद का असर हिलसा तथा उसके आसपास के इलाके में भी दिखा। बगैर किसी प्रचार-प्रसार और प्रतिनिधि के हस्तक्षेप के बंद का असर सुबह आठ बजे से दिखना शुरु हो गया।
दोनों मार्गों को जाम कर बंद समर्थक आरक्षण विरोधी नारेबाजी करने लगे। अचानक हुए बंद से यात्रा करने वाले लोग पेशोपेश में पड़ गए।
बंद की खबर मिलते ही वाहन चालक अपने-अपने वाहन रोक कर खड़ा हो गए। बंद समर्थक कामता हॉल्ट के निकट पटना से चलकर इस्लामपुर की ओर जाने वाली हटिया एक्सप्रेस को रोक दिया।
तकरीबन आधे घंटे तक बंद समर्थक नारेबाजी करते रहे। पुलिस-प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद बंद समर्थक ट्रेन को कामता हॉल्ट से खुलने दिया।
इसी प्रकार पुरानी गैस गोदाम के निकट सड़क जाम कर रहे लोग सड़क से होकर गुजरने वाले वाहनों की आवाजाही पर घंटों रोक लगाए रखा। काफी मशक्कत के बाद पुलिस-प्रशासन के हस्तक्षेप पर सड़क पर से जाम हटवाया गया।
हालांकि बंद समर्थकों की चहल कदमी शहरी इलाके में उतनी नहीं रही जितनी अमूनन बंद के दौरान रहा करता है। कुछेक लोग बाजार बंद कराने शहर पहुंचे लेकिन मंशा को सफलीभूत नहीं होते देख उल्टे पांव लौट गए।