Home आस-पड़ोस ‘हर परिसर-हरा परिसर’ कार्यक्रम के तहत लगाये गये फलदार पौधे

‘हर परिसर-हरा परिसर’ कार्यक्रम के तहत लगाये गये फलदार पौधे

“भौतिकवादी जीवन शैली अपना पैर पसार रही है। हरित क्षेत्र का क्षेत्रफल घट रहा है। पर्यावरण प्रदूषण में दिनों दिन बढोतरी हो रही है। यह एक चिंता का विषय है। क्योंकि जब तक वनस्पतियां पर्यावरण तथा परिस्थिति तंत्र सुरक्षित नहीं रहेगा तब तक मानव का भविष्य भी सुरक्षित नहीं रह सकता।”

नालंदा ( राम विलास )। रविवार को राजगीर परिसदन में वन महोत्सव का आयोजन किया गया । बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह ने पौधारोपण कर इसका उद्घाटन किया।

‘हर परिसर हरा परिसर ‘ कार्यक्रम के तहत पौधारोपन किया गया जिसमें आम के अनेको प्रभेद जैसे मालदा, मल्लिका, आम्रपाली आदि के अलावे लीची, जामुन, अमरुद, आदि के पौधे लगाये गये । कुलपति के द्वारा इस अवसर पर पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए संकल्प भी दिलाया गया ।

RAJGIR NEWS 1कुलपति डा सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि जिस उद्देश से बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर की स्थापना किया गया हैं। वह आज मिशन पूरा हो रहा है। इस विश्वविद्यालय में युवा वर्ग को उद्यमी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावे मसरुम की खेती, मैंगो ग्रोवर ट्रेनिंग, गार्डनर विकसित करना , वृक्षों की संरक्षण समय-समय पर सेमिनार लगाकर ग्रामीण कृषि को बड़ावा देने का काम किया जा रहा है। इसके अलावे गांव में चौपाल लगाकर कृषि एवं पर्यावरण को बचाने और बढ़ाने के लिए लोगों को जागरुक किया जाता है ।

उन्होंने कहा कि राजगीर के जंगलों में कई प्रकार की दुर्लभ जड़ी बुटिया हैं । उसे रख रखाव व संरक्षण के लिए उद्यान महाविद्यालय के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। विश्वविद्यालय दलहन , तेलहन, प्याज उगाने की उन्नत विधि, समेकित उन्नत पोषक तत्व , टमाटर , लहसुन ,भिंडी आदि सब्जियों उत्पादन, उसके प्रमुख रोग व उसके लक्षण और निदान को लेकर काम कर रहा है । धान के नये वेराइटी उत्पादन, उन्नत खेती व तकनीक पर कृषि वैज्ञानिकों द्वारा लगातार काम और प्रशिक्षण कार्य किया जा रहा है।

कुलपति ने कहा कि भारतीय दर्शन में ” जियो और जीने दो ” की परंपरा रही है । उन्होंने इस परंपरा का अनुसरण कर जीवन यापन करने पर जोर दिया। अपनी प्रतिद्धता प्रदर्शित करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ” हर परिसर हरा परिसर” वृक्षारोपण योजना को बिहार कृषि विश्वविद्यालय पूरे बिहार में जोर शोर से लागू करने के लिए कृत संकल्पित है। बिहार में वन क्षेत्र के अच्छादन को 15 फीसदी से बढ़ाकर 17 प्रतिशत करने पर कार्य किया जा रहा है ।

उन्होंने कहा कि जल्द ही राजगीर में पर्यावरण संरक्षण एवं उन्नत बागवानी विषयक सेमिनार का आयोजन किया जायेगा , जिसमें युवा वर्ग एवं किसान शामिल होंगे ।

इस अवसर पर उद्यान महाविद्यालय नूरसराय के प्राचार्य डॉ पी.के.सिंह, नालंदा वन प्रमंडल पदाधिकारी डॉ नेशामणि के , उप प्राचार्य डॉ एम. डी. ओझा, निदेशक प्रसार डॉ आर के सुहानी , निदेशक शोध डॉ बी सी सहाय , बीज एवं क्षेत्र के डाँ आर आर सिंह ,पीआरओ डाँ विनोद कुमार , कृषि वैज्ञानिक डा जी एस पवार, डा संजय सहाय , डा ज्योति, डा निकहत , डा विनोद कुमार सहित महाविद्यालय के छात्र- छात्राओं ने 300 से अधिक फलदार पौधे रोपे।

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