“अनुसंधान और विधि-व्यवस्था के लिए अलग-अलग पुलिस टीम बनायी जाए। दोनों टीमें अपना-अपना काम करेंगी ताकि जल्द-से-जल्द रिजल्ट सामने आए। प्रत्येक थाने में टेलीफोन, एक कंप्यूटर ऑपरेटर, दो वाहन एवं थाना प्रभारी के सहयोग के लिए हर थाना में एक थाना मैनेजर की नियुक्ति के लिए अविलंब आवश्यक कार्रवाई की जाए……”
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज ब्यूरो)। बिहार में अब अपराधियों की खैर नही। सीएम ने अधिकारियों को दिया निर्देश हर हाल में कंट्रोल करें क्राइम। यहां बढ़ते हत्या, लूट ,डकैती तथा भीड़ के दहशत की घटनाओं की वृद्धि से सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर थी।
यहां तक कि पुलिस की शिथिलता तथा अकर्मण्यता से परेशान सीएम नीतीश कुमार के पैतृक गाँव कल्याण विगहा के सैकड़ों लोगों ने पटना उनके आवासीय कार्यालय पहुँच कर हंगामा किया था।
बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक की तथा अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई। उन्होंने हर हाल में क्राइम कंट्रोल करने का निर्देश दिया।
सीएम ने कहा कि थाना-थाना का खेल बंद होना चाहिए।किसी को भी न्याय दिलाने के नाम पर उसकी मानसिक प्रताड़ना नहीं होनी चाहिए। साथ ही थाना क्षेत्र का मामला नहीं होने की बात कहकर पल्ला झाडना भी ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा किसी भी थाना में पीड़ित व्यक्ति का केस दर्ज होना चाहिए। थानाध्यक्ष तथा सीओ को जनता दरबार लगाने का भी निर्देश सीएम ने अधिकारियों को दिया। उन्होंने सीओ को हर शनिवार को भूमि विवाद से संबंधित मामलों को निपटारा के लिए जनता दरबार लगाएँ।
सीएम ने पुलिस पर हमले को लेकर चिंता जाहिर की। बालू माफिया, भू-माफिया और अन्य असामाजिक तत्वों द्वारा लगातार पुलिस पर हमला किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पुलिस पर हमला करनेवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी नंबर ऑफ क्राइम के साथ ही नेचर ऑफ क्राइम का विश्लेषण करें। तय समय सीमा के अंदर जांच पूरी हो, इसका ख्याल रखा जाए। सीएम ने निर्देश दिया कि जिसमें चार्जशीट हो गया हो, उसमें स्पीडी ट्रायल चलाई जाए।
सीएम ने कहा कि थानों के आधुनिकीकरण के लिए पर्याप्त राशि उपलब्ध करायी जायेगी। हर थाने को संसाधन उपलब्ध कराया जायेगा।हर थाना में दो वाहन होंगे । संवेदनशील इलाकों को चिन्हित कर उसकी विशेष तौर पर निगरानी की जाए।
डीएम और एसपी वहां जा कर शांति समिति के लोगों के साथ बात करें। त्योहारों का मौसम आ रहा है, इसको लेकर भी प्लानिंग बनाकर आपराधिक घटनाओं से निपटने पर ज्यादा जोर दिया जाए
समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, डीजीपी के एस द्विवेदी, प्रधान सचिव, गृह आमिर सुबहानी, सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सीएम के सचिव अतीश चंद्रा, मनीष कुमार वर्मा, विनय कुमार सहित राज्य पुलिस मुख्यालय के सभी वरीय अधिकारी तथा सभी प्रक्षेत्रों के आईजी उपस्थित थे।
अब देखना है सीएम के द्वारा बुलाई गई इस हाइ लेवल मीटिंग का असर अधिकारियों पर कितना होता है। आने वाले दिनों में बिहार बढ़ते क्राइम कितना अंकुश लग पाता है।