फर्जी एकाउंट बना रची गई अभ्यानंद को बदनाम करने की साजिश
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। सोशल मीडिया पर अभ्यानंद को बदनाम करने के मामले में नित्य नए खुलाशे तो हो ही रहे हैं कुछ चौकाने वाले तथ्य भी सामने आ रहे हैं।
जब इस पूरे मामले पर शुरु से तहकीकात शुरु की तो यह चौकाने वाला तथ्य सामने आया कि पुलिस को इस मामले में जिस एक कथित ‘सर’ की खोज थी वह ‘सर’ बुधवार को अपने कर्मचारी जितेन्द्र को पुलिस कस्टडी से छुडाने के लिए कोतवाली थाना पहुच और वहां हल्ला हंगामा तथा थानेदार तथा पुलिसकर्मियों से अभद्रता कर खुद पुलिस की मुश्किलों को सुलझा दिया।
जब अभ्यानंद को बदनाम करने की साजिश के तहत सोशल मीडिया पर आदित्य कुमार के नाम से बेहद अपमानजनक टिप्पणी डाली जाने लगी तो अभ्यानंद के एक शुभचिंतक और उनपर वृतचित्र बना रहे मुबई निवासी सुजित कुमार ने ई-मेल द्वारा इस मामले की शिकायत कोतवाली थाना के साइबर क्राईम सेल में की।
सुजीत कुमार ने पुलिस में यह शिकायत इसलिए की क्योंकि सोशल मीडिया पर अभ्यानंद को बदनाम करने की साजिश में उनका नाम भी जोड दिया गया था और लिखा गया था कि सुजीत कुमार ने आरटीआई से अभ्यानंद की संपत्ति का ब्योरा जुटाया है।
सुजीत की शिकायत के बाद कोतवाली पुलिस की एक टीम मुंबई पहुंची और पुलिस ने वहां उनका इस मामले में बयान लिया। सुजीत ने पुलिस को बताया कि 2006 में वह ‘स्टार गोल्ड’ चैनल के लिए सुपर-30 पर एक वृतचित्र बना रहे थे।
इसी क्रम में पटना में उनकी मुलाकात अभ्यानंद जी और आनंद कुमार जी से हुई थी और आनंद कुमार से उनकी दास्ती हो गई। कालांतर में आनंद ने उन्हें धोखे में रखकर उनसे ही सुचना के अधिकार के तहत अभ्यानंद के बारे में जानकारी एकत्रित करवा ली।’
सुजीत के इस बयान के बाद इस मामले पर संज्ञान लेते हुए कोतवाली पुलिस ने इस मामले की छानबीन शुरु कर दी। सर्वप्रथम पुलिस ने आदित्य कुमार नामक उस युवक को खोजना शुरु किया जिसके आईडी से पूर्व डीजीपी अभ्यानंद के खिलाफ अपमानजनक टिपप्णी और उन्हें बदनाम किया जा रहा था। फेसबुक पर आदित्य कुमार की तस्वीर तो सही थी पर उसका पता गलत था।
आखिरकार पुलिस ने किसी तरह आदित्य का पता लगाते हुए उसके घर में छापेमारी की जहां शराब के नशे में वह अपने मोबाइल, शराब की बोतले और एक देशी कट्टा के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने जब जप्त मोबाइल के कॉल रिकार्डर की जांच शुरु की तो उसमें जितेन्द्र कुमार से आदित्य की हुई बातचीत के रिकार्डिंग मिले जिसमे जितेन्द्र आदित्य से यह कह रहा है कि तुम्हारे फेसबुक का आईडी और पासवर्ड क्या है ‘सर’ मांग रहे हैं।
इसके बाद आदित्य के बयान के आधार पर बुधवार को पुलिस ने अगमकुआं थाना क्षेत्र से जीतेन्द्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया पर पुलिस उस कथित ‘सर’ का पता लगाने के लिए माथापच्ची कर रही थी।
पर जितेन्द्र की गिरफ्तारी से बौखलाए और पूरा राजफाश होने के डर से वह कथित ‘सर’ खुद थाने पहुंचे और वहां हंगामा खडा कर पुलिस का काम तो आसान कर ही दिया। ‘चोर की दाढी में तिनका’ वाली कहावत को भी चरितार्थ कर दिया।
बहरहाल इस मामले में बुधवार को गिरफ्तार किए गए जीतेन्द्र कुमार को गुरुवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया जबकि आदित्य कुमार को पूर्व में ही जेल भेज दिया गया था।