“हालांकि इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ताओं ने आगामी लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों की जिम्मेवारियों से खुद को अलग करने एवं पार्टी के प्रति समर्पण भाव से काम करने की इच्छा जाहिर की है।”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज (संतोष कुमार)। जमशेदपुर से सटे सरायकेला-खरसावां जिला भाजपा में अचानक से घमासान शुरू हो गया है। भाजयुमो प्रदेश कार्यकारीणी के सदस्य समेत कुल 22 कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है।
पार्टी सूत्रों की अगर मानें तो पार्टी के बड़े नेताओं की मनमानी से पार्टी की युवा ईकाई काफी दिनों से नाराज चल रही थी। उन्हें किसी भी कार्यक्रमों में भूले- भटके ही याद किया जाना भी एक बड़ा कारण माना जा रहा है।
सरायकेला एक ऐसा विधानसभा क्षेत्र रहा है, जहां हार- जीत का अंतर काफी कम रहा है। ऐसे में एक साथ इतने बड़े पैमाने पर कार्यकर्ताओं का पार्टी के महत्वपूर्ण पद से इस्तीफा देने से पार्टी निश्चित तौर पर कमजोर होने की संभावना है।
वहीं इसके पीछे महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष को हटाने के सवाल पर युवा मोर्चा ने संगठन का मुद्दा बताते हुए पल्ला झाड़ लिया।
इस मामले पर कोल्हान सह प्रभारी विनोद कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पार्टी किसी एक के आने या जाने से नहीं बल्कि नीतियों और सिद्दांतों से चली है। किसी के आने या जाने से कोई फर्क नहीं पड़नेवाला। वैसे उन्होंने मामले की जानकारी से इंकार किया है।
इधर पूर्व महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष को हटाए जाने के मामले में भी कोल्हान के सह प्रभारी ने पार्टी का फैसला बताते हुए पल्ला झाड़ लिया है।
लेकिन अंदर की बात यह हैं कि भाजपा के दोनों कद्दावर नेता के बीच काफी लंबे समय से खींच-तान चली आ रहा थी, जिसे पद मिलते ही कोल्हान के सह प्रभारी ने महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष को पद से हटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।