गोड्डा (नागमणी)। झारखंड में शिक्षा की तरह स्वास्थ्य व्यवस्था भी बदहाली का शिकार हो चुका है। यहां हिटलरशाही का आलम यह है कि अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर ही कानून को ठेंगा दिखाते नज़र आ रहे हैं।
ताज़ा तस्वीर संथाल परगना प्रमंडल के गोड्डा जिले की है। सदर अस्पताल के ठीक सटे अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर प्रभा रानी का प्राइवेट क्लिनिक चलाया जा रहा है।
अस्पताल में बेहतर सेवा देने के बजाय क्लिनिक खोलकर अपना-अपना दुकान चलाने वाली यह कोई नई कहानी नहीं है। मगर सदर अस्पताल के ठीक सटे क्लिनिक चलने का वाकया अपने-आप में हैरतअंगेज है।
क्लिनिक में हर दिन सैकड़ों मरीज का आना होता है औऱ हर मरीज से मोटी रकम वसूली जाती है। जिले के हर प्रखंड से आए मरीजों का यहां तांता लगा रहता है, जो अस्पताल में बेहतर सेवा न मिल पाने के कारण मजबूरी में अपना इलाज यहां करवाते हैं।
क्लिनिक में कार्यरत कर्मी विनोद से इस विषय पर जब पूछताछ की गई तो पहले तो वह कैमरा बन्द करने और मीडियाकर्मी का परिचय पूछते नज़र आया।
हालांकि बाद में उसने जानकारी दी कि क्लिनिक डॉक्टर प्रभा रानी का है। वह तो यहां मात्र स्टाफ के तौर पर कार्यरत है।
वहीं जिले की सिविल सर्जन बनदेवी झा को जब पूरा मामला बताया गया तो उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पताल के 500 मीटर तक प्राइवेट क्लिनिक चलाना कानून जुर्म है। इसलिए पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।