बिहार में ऐसे भी बालू को छोड़ खनन क्षेत्र काफी कम है और सरकार उसकी रक्षा करने में पूर्णतः विफल साबित हो रही है। सब विभागीय सांठगांठ और उच्च राजनीतिक संरक्षण प्राप्त माफियाओं के शिकंजे में जकड़ गया है।
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। नावादा जिले सवैयाटांड़ पंचायत में चल रही शारदा माइका माइंस में अवैध उत्खनन के दौरान चाल धंसने से 10 से अधिक श्रमिक काल के गाल में समा गये हैं। इस माइंस में खनन का कार्य महेश राय के भाई आनंद राय द्वारा कराया जा रहा था।
खुदाई कार्य करते समय चाल धंस गयी। इससे उसके अंदर कार्य कर रहे लगभग 20 से 25 श्रमिक के दबे होने की सूचना मिली।
चर्चा फैली कि 10 से उपर श्रमिक दब कर मर गये हैं। यहां 50 से सौ फुट अंदर जाकर खुदायी की जाती है। अक्सर यहां घटनाएं होती हैं।
लोगों का कहना है कि चाल में दबे मजदूरों में से चार की लाशें निकाली गयी हैं, जिसे माफियाओं ने ठिकाने लगा दिया।
खुदाई में लगे दो लोगों को घायलावस्था में निकाला गया है, जिन्हें झारखंड के तिलैया के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। माइंस पर काम कर रहे सभी मजदूर झारखंड के चतरा जिले के बताये जा रहे हैं।
सूचना मिलने के घंटों बाद तक पुलिस नहीं पहुंच सकी थी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही लाश को ठिकाने लगा दिया।
जितनी खुदाई कर शव को निकाल सके निकाला, बाकी को उसी चाल में दफन कर दिया।
इतना ही नहीं, घायलों को निजी व सुरक्षित नर्सिंग होम में शिफ्ट करा दिया।
ज्ञात हो कि रजौली मुख्यालय से सवैयाटांड़ पंचायत की दूरी 60 से 70 किमी है। झारखंड के कोडरमा होकर वहां जाना पड़ता है। इसके कारण पुलिस को वहां पहुंचने में देर हो जाती है।